अभियंताओं को वित्तीय शक्ति वाले खंड़ों में नहीं मिलेगी तैनाती

 

 

पीडब्ल्यूडी में वित्तीय अनियमितताओं में जांच कर रहे अभियंताओं को वित्तीय शक्ति वाले खंडों में तैनाती नहीं मिलेगी। पारदर्शिता के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि जल्द ही हम इस व्यवस्था को लागू कर देंगे।

 

पीडब्ल्यूडी में वर्तमान में 366 खंड हैं, जहां का इंचार्ज अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) होते हैं। इनमें से 260 कार्यकारी खंड हैं। यह वो खंड होते हैं, जहां वं एक्सईएन को बैंक चेक या अन्य माध्यमों से पेमेंट करने का अधिकार होता है। शेष अ-कार्यकारी खंड हैं। सड़कों, पुलों और पुलियों के निर्माण के प्रस्ताव कार्यकारी खंडों के माध्यम से ही मुख्यालय और शासन को भेजे जाते हैं।

 

देखने में आया है कि किसी अभियंता के खिलाफ गंभीर वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत होती है। जांच के दौरान उसकी किसी न किसी कार्यकारी खंड में तैनाती चलती रहती है। बरसों बरस तक यह जांच खत्म ही नहीं होती है। न तो संबंधित अभियंता जांच शीघ्रं खत्म कराने के लिए प्रत्यावेदन देते हैं और न ही उच्चाधिकारी इस ओर ध्यान देते हैं। समय के साथ दोनों के बीच पैदा हुई समझदारी के चलते फाइल लटकी रहती है।