कोरोना का कहर: दिल्ली में छह दिन का लॉकडाउन, सीएम केजरीवाल ने लोगों से की अपील

नई दिल्ली: देश के अलग-अलग इलाकों समेत राजधानी दिल्ली में रिकॉर्ड कोरोना मरीज मिलने से राजधानी की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गयीं हैं। हालात को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने छह दिन का सम्पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। इसमें सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही छूट दी गयी है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील की है।

ये कहा मुख्यमंत्री ने

रात 10 बजे से अगले सोमवार को सुबह 5 बजे तक छह दिन के लिए दिल्ली में लॉकडाउन लगाया जा रहा है। इस दौरान अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी। 50 लोगों के साथ शादियां भी हो सकेंगी। हमारी गुजारिश है कि लॉकडाउन का पूरा पालन करें, घर से बाहर नहीं निकलें। आपने हर बार मेरी अपील मानी है, पूरी उम्मीद है कि इस बार भी हमारा साथ देंगे।

प्रति 10 लाख टेस्ट के लिहाज से तुलना की जाए तो दिल्ली में शायद दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। हमने न नए कोरोना केस के आंकड़े कम करके बताए और न ही मौतों को कम करके बताया। हमने ईमानदारी से सारी बातें बताईं, इस कारण आपने हमारा भरपूर साथ दिया।

तीन-चार दिनों से 25 हजार के आपास केस आ रहे हैं। पॉजिटिविटी रेट बढ़ गया है। दिल्ली में बेड की भारी कमी हो गई है, आइसीयू बेड्स लगभग खत्म हो गए हैं, ऑक्सिजन भी खत्म होने की स्थिति पैदा हो रही है। दवाइयों की भी कमी हो रही है, खासकर रेमडेसिविर की। ये सब हम आपको डराने के लिए नहीं बताए। हमें आगे क्या करना होगा, इसकी चर्चा के लिए हमने ये बातें बताईं।

अगर 25-25 हजार केस आते रहे तो कोई भी सिस्टम कॉलेप्स कर जाएगा। अगर अब हमने कड़े कदम नहीं उठाए तो हमारे अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा जाएगी। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अभी सिस्टम कॉलेप्स कर गया है, लेकिन अगर कदम नहीं उठाए तो यह हो जाएगा।

छह दिन का बहुत छोटा लॉकडाउन लगा रहे हैं। प्रवासी मजदूरों से अपील है कि वो दिल्ली छोड़कर नहीं जाएं। हम उनकी हरसंभव कोशिश करेंगे।

 

हुई बैठक
इससे पहले दिल्ली के उप राज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के साथ ही उच्च स्तरीय अधिकारियों की बैठक भी हुई थी। जिसके बाद लॉकडाउन का फैसला लिया गया है। यहां बता दें कि इससे पहले राजस्थान में भी 3 मई तक लॉकडाउन लगा दिया गया है।