इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे की कवायद, कांग्रेसी हसरतों से समाजवादी पार्टी चौकन्‍नी

 

इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे की कवायद चल रही है। ऐसे में उत्‍तर प्रदेश में सीट बंटवारे का आधार क्‍या हो इसे लेकर नेताओं और पार्टियों के अलग-अलग नजरिए सामने आ रहे हैं। यूपी मेंअखिलेश यादव लगातार बड़ा दिल दिखाने और त्‍याग की बात कर रहे हैं। लेकिन अब कांग्रेसी हसरतों से समाजवादी पार्टी चौकन्‍नी हो गई है।

 

. दरअसल, कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि यूपी में सीट बंटवारा 2009 के लोकसभा चुनाव परिणाम के आधार पर हो जब उनकी पार्टी ने 21 सीटें जीती थीं। जाहिर है सपा के लिए ये मुश्किल है। हाल मेंअखिलेश के कड़े तेवरों के पीछे यही वजह बताई जा रही है। उस चुनाव में सपा और कांग्रेस साथ थीं। लेकिन उनके गठबंधन को सिर्फ 54 सीटों से संतोष करना पड़ा था।

 

कांग्रेस 114 सीटों पर लड़ी थी जिनमें से सिर्फ सात सीटों पर उसे जीत मिली थी। जबकि समाजवादी पार्टी को 311 सीटों में से सिर्फ 47 सीटों पर जीत मिली थी। अखिलेश ने कहा कि हमने पहले भी गठबंधन किए थे। समाजवादी पार्टी ने त्याग किया था, इस बार लड़ाई बड़ी है। समाजवादी पार्टी सबको साथ लेकर चलेगी।

 

. हालांकि सीट बंटवारे पर भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य का बयान पहले आ चुका है। सीट बंटवारे को लेकर सपा प्रमुख ने कहा कि मुंबई की बैठक में तय हुआ है कि जिस राज्य में जो प्रमुख दल होगा, प्रस्ताव उसी को दिया जाएगा।