आतंकवाद विरोधी एजेंसियों को ऐसा क्रूर रवैया अपनाना चाहिए ताकि कोई नया आतंकवादी संगठन न बन सके

राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा आयोजित दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन आज नई दिल्ली में एनआईए और सभी राज्यों के सभी आतंकवाद विरोधी दस्तों और आतंकवाद विरोधी इकाइयों द्वारा आतंकवाद के खतरे का मुकाबला करने के लिए समन्वित प्रयासों को तेज करने के संकल्प के साथ संपन्न हुआ।

कल सम्मेलन का उद्घाटन करते समय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए प्रमुख निर्देशों में एक सामान्य प्रशिक्षण मॉड्यूल का डिज़ाइन, और जांच, मुकदमा चलाने और अपराधों को रोकने के लिए विभिन्न राष्ट्रीय डेटाबेस का बहुआयामी उपयोग शामिल था।

उन्होंने कहा कि सभी आतंकवाद विरोधी एजेंसियों को ऐसा क्रूर रवैया अपनाना चाहिए ताकि कोई नया आतंकवादी संगठन न बन सके. सम्मेलन में प्रतिनिधियों ने गृह मंत्री के निर्देशों पर विचार-विमर्श किया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाता है।

मंत्री के कार्रवाई के आह्वान की पृष्ठभूमि में, उन्होंने देश में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने और आतंक के वित्तपोषण के सभी स्रोतों को बंद करने की आवश्यकता से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।