पत्नी बेटा बेटी के कत्ल के बाद डॉक्टर ने खुद दे दी अपनी जान

उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक डॉक्टर ने अपने पूरे परिवार की हत्या के बाद आत्महत्या कर ली। यह घटना रायबरेली के रेल कोच फैक्ट्री इलाके में सामने आई है, जहां डॉक्टर अरुण कुमार सिंह ने अपनी पत्नी, बेटा और बेटी का सिर हथौड़े से कूच दिया और इसके बाद खुद की भी जान ले ली।मंगलवार की रात को डॉक्टर अरुण कुमार ने फांसी लगा ली। उन्होंने अपनी हाथ की नस को भी काट लिया था। वहीं डॉक्टर अरुण की पत्नी और उनके दोनों बच्चों का शव खून से लथपथ मिला है। इन तीनों लोगों का सिर कूचा गया था।

 

घटना की जानकारी मिलने के बाद देर रात पुलिस के शीर्ष अधिकारी, डॉग स्क्वॉड, फिंगर प्रिंट दस्ता मौके पर पहुंचा और इस घटना की जांच शुरू की। पुलिस को मौके से एक हथौड़ा मिला है। माना जा रहा है कि इसी से तीनों को मौत के घाट उतारा गया।डॉक्टर अरुण कुमार मूल रूप से मिर्जापुर के रहने वाले थे। वह यहां मॉडर्न रेलकोच फैक्ट्री में आंखों के डॉक्टर थे। वह यहां रेलकोच फैक्ट्री परिसर में स्थित आवास में अपने परिवार के साथ रहते थे। पुलिस ने बताया कि अरुण उनकी पत्नी और बेटी अदीबा, बेटे आरव का शव घर से बरामद किया गया है।

 

रायबरेली के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मौके पर आकर हमे जो सूचना प्राप्त हुई है उसके अनुसार डॉक्टर रेल कोच फैक्ट्री में काम करते थे। वह 2017 में भर्ती हुए थे। वह आंखों के स्पेशलिस्ट थे। वह डिप्रेशन के मरीज थे, मौके पर जो साक्ष्य मिले हैं उससे लगता है कि उन्होंने कई तरह के इंजेक्शन का इस्तेमाल किया है। ऐसा लग रहा है कि बच्चों को पहले नशे की दवा खिलाकर पहले बेहोश किया है, फिर उन्हें मारा है। इसके बाद खुद की नस काटी है, बाद में खुद को फांसी लगा ली।मंगलवार की रात को डॉक्टर अरुण कुमार ने फांसी लगा ली। उन्होंने अपनी हाथ की नस को भी काट लिया था। वहीं डॉक्टर अरुण की पत्नी और उनके दोनों बच्चों का शव खून से लथपथ मिला है। इन तीनों लोगों का सिर कूचा गया था।

घटना की जानकारी मिलने के बाद देर रात पुलिस के शीर्ष अधिकारी, डॉग स्क्वॉड, फिंगर प्रिंट दस्ता मौके पर पहुंचा और इस घटना की जांच शुरू की। पुलिस को मौके से एक हथौड़ा मिला है।माना जा रहा है कि इसी से तीनों को मौत के घाट उतारा गया।डॉक्टर अरुण कुमार मूल रूप से मिर्जापुर के रहने वाले थे। वह यहां मॉडर्न रेलकोच फैक्ट्री में आंखों के डॉक्टर थे। वह यहां रेलकोच फैक्ट्री परिसर में स्थित आवास में अपने परिवार के साथ रहते थे। पुलिस ने बताया कि अरुण उनकी पत्नी और बेटी अदीबा, बेटे आरव का शव घर से बरामद किया गया है।

रायबरेली के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मौके पर आकर हमे जो सूचना प्राप्त हुई है उसके अनुसार डॉक्टर रेल कोच फैक्ट्री में काम करते थे। वह 2017 में भर्ती हुए थे। वह आंखों के स्पेशलिस्ट थे। वह डिप्रेशन के मरीज थे, मौके पर जो साक्ष्य मिले हैं उससे लगता है कि उन्होंने कई तरह के इंजेक्शन का इस्तेमाल किया है। ऐसा लग रहा है कि बच्चों को पहले नशे की दवा खिलाकर पहले बेहोश किया है, फिर उन्हें मारा है। इसके बाद खुद की नस काटी है, बाद में खुद को फांसी लगा ली।

रायबरेली के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मौके पर आकर हमे जो सूचना प्राप्त हुई है उसके अनुसार डॉक्टर रेल कोच फैक्ट्री में काम करते थे। वह 2017 में भर्ती हुए थे। वह आंखों के स्पेशलिस्ट थे। वह डिप्रेशन के मरीज थे, मौके पर जो साक्ष्य मिले हैं उससे लगता है कि उन्होंने कई तरह के इंजेक्शन का इस्तेमाल किया है। ऐसा लग रहा है कि बच्चों को पहले नशे की दवा खिलाकर पहले बेहोश किया है, फिर उन्हें मारा है। इसके बाद खुद की नस काटी है, बाद में खुद को फांसी लगा ली।

एसपी ने बताया कि मौके पर डॉक्टर, उनकी पत्नी और दो बच्चों का शव मिला है। बच्ची की उम्र 13-14 साल तो बेटे की उम्र 4 साल की तकरीबन है। हम घर का दरवाजा तोड़कर अंदर गए थे, जिसके बाद यह मंजर सामने आया था। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, इसके बाद ही आगे की जानकारी सामने आएगी।