धान की बजाए कमल की खेती पर जोर दे रहे किसान

मुरादाबाद। इन लोगों का काठ विधानसभा के अगवानपुर पाकबड़ा बाईपास के उचेती चौकी क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन गांव में किसानों द्वारा कमल की खेती को इन दिनों प्राथमिकता के साथ बोया जा रहा है । स्थानीय किसानों का कहना है कमल की खेती में लागत कम होने के साथ-साथ उपज बहुत अच्छी होती है । जबकि धान की फसल में सिंचाई ज्यादा होने के बावजूद भी फसल कम ही रहती है । इसलिए हमारे इलाके के किसान कमल की खेती को कर रहे हैं, और अपने परिवार को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं । आपको बताते चलें पाकबड़ा अगवानपुर बाईपास के झील के इलाके में लगभग कई हेक्टेयर भूमि में कमल की खेती की जा रही है, और इस कमल की खेती के बारे में किसानों का मानना है कि आने वाले दिनों में इस खेती में और इजाफा होगा । क्योंकि लागत के नाम पर सिर्फ पानी की जरूरत होती है जबकि धान गेंहू, और गन्ने की खेती में लागत के साथ-साथ उसकी देखभाल होती है ,जबकि कमल की खेती में ना तो देखभाल की जाती है ,और ना ही कोई ऐसी लागत आती है, जबकि कमल की एक बीघा खेती में 15 से ₹20 हजार रुपये प्रति बीघा के हिसाब से आमदनी हो जाती है । हमारे संवाददाता ने जब एक स्थानीय किसान से बात की तो किसान द्वारा बताया गया की कमल की खेती किसान भाइयों के लिए फायदे का सौदा है, और किसान लगातार इस ओर ध्यान दे रहे हैं।