तकनीकी विकास हमें संवेदन शून्यता की ओर ले जा रहा है…विषय पर अंतर्महाविद्यालयीय वाद-विवाद प्रतियोगिता

 

 

मुरादाबाद। आज गोकुलदास हिंदू गर्ल्स कॉलेज में साहित्यिक समिति के तत्वावधान में “तकनीकी विकास हमें संवेदन शून्यता की ओर ले जा रहा है।” विषय पर अंतर्महाविद्यालयीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. चारू मेहरोत्रा एवं कार्यक्रम में आए अतिथियों द्वारा ज्ञान की देवी माँ शारदे की प्रतिमा के समक्ष पुष्पार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन किया गया तदुपरांत कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। प्राचार्या प्रो.चारू मेहरोत्रा ने मुख्य अतिथि के पद पर सुशोभित माननीय विधायक नासिर कुरैशी जी का बुके देकर स्वागत किया।

 छात्रा कल्याण परिषद की अध्यक्षा यशिका अरोरा, उपाध्यक्षा रोशनी प्रजापति एवं समिति की सक्रिय कार्यकर्ता छात्राओं इशा, श्रद्धा, अमराह, प्रीति द्वारा अध्यक्ष पद पर आसीन महाविद्यालय की प्राचार्या, मुख्य अतिथि एवं निर्णायक मंडल के सदस्यों का बैज लगाकर स्वागत किया गया। 14 महाविद्यालयों से आए 28 छात्र-छात्राओं ने विषय के पक्ष एवं विपक्ष में अपने विचारों को मजबूती से रखा। दोनों ही पक्षों ने विषय के पक्ष व विपक्ष में अकाट्य तर्क प्रस्तुत कर अपनी उच्च बौद्धिक क्षमता का परिचय दिया।

 

निर्णायक पद का दायित्व डॉ. आर.सी. शुक्ला रिटायर्ड प्रो. एवं अध्यक्ष अंग्रेजी विभाग के.जी.के कॉलेज, मुरादाबाद, डॉ.पी.बी.तिवारी, एसोसिएट प्रोफेसर एवं अध्यक्ष वनस्पति विज्ञान विभाग, एस.एम.कॉलेज, चंदौसी एवं श्री आशीष गौतम, सी.ई.ओ. अक्षिका आराध्या फाउंडेशन ने बखूबी निभाया। निर्णायकों के नीर-क्षीर विवेकी निर्णय के आधार पर विषय सामग्री, भाषा, प्रस्तुति सभी मापदंडों में समय-सीमा में रहते हुए सर्वाधिक अंक अर्जित कर विषय के पक्ष में प्रथम स्थान वैशाली वर्मा, के.जी.के. कॉलेज ने प्राप्त किया तथा विपक्ष में प्रथम स्थान अन्शिका गुप्ता, तीर्थंकर कॉलेज मुरादाबाद ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर हमजा, गुलाब सिंह (पक्ष) व भावना सैनी, विल्सोनिया कॉलेज (विपक्ष) रहे। पक्ष में भावना, गवर्नमेंट कॉलेज संभल ने तथा विपक्ष में दीपम गुप्ता, हिन्दू कॉलेज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जैनब खान, गोकुल दास हिन्दू गर्ल्स कॉलेज व इकरा रजा पी जी कॉलेज ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।

विजयी छात्र-छात्राओं को ट्रॉफी व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। साहित्यिक समिति द्वारा पूर्व में आयोजित अन्य कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने वाली छात्राओं को भी इस अवसर पर प्राचार्या द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के राजनीति शास्त्र विभाग में एसो. प्रोफेसर डॉ. मीनाक्षी शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक ” मानवाधिकार, सामाजिक न्याय व पुलिस” का विमोचन भी किया गया।

मंच संचालन समिति की संयोजिका डॉ. सीमा अग्रवाल, सह संयोजिका डॉ. वंदना पाण्डेय एवं डॉ. एकता भाटिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। प्राचार्या प्रो. चारू मेहरोत्रा ने विजयी रहे छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएँ देते हुए अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि वाद-विवाद प्रतियोगिता से जहाँ विद्यार्थियों में भाषण देने की क्षमता का विकास होता है, वहीं उन्हें तर्क द्वारा अपनी बात सिद्ध करने की कला भी सीखने को मिलती है। इस प्रकार के आयोजनों से उनमें आत्मविश्वास की भावना बढ़ती है, और वैचारिक मंथन के द्वारा उनमें नवीन विचारों का जन्म होता है। बच्चों को आगे बढ़ने और अपने आत्मिक व बौद्धिक विकास के लिए पढ़ाई के साथ -साथ समय-समय पर अपनी रुचि के अनुसार विविध पाठ्येतर क्रियाकलापों में भी हिस्सा लेते रहना चाहिए।

मुख्य अतिथि विधायक कुरैशी जी ने अपने वक्तव्य में बच्चों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उनका मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि इस देहात से विधायक होने के नाते वह कॉलेज की हर जरूरत को पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगे।  प्रतियोगिता को सफल बनाने में समिति की सदस्याओं डॉ. अपर्णा तिवारी, डॉ.सीमा मलिक, डॉ. सविता अग्रवाल, श्रीमती प्रीति सिंह, डॉ. सीमा रानी की सक्रिय सहभागिता रही एवं डॉ. सीमा गुप्ता, डॉ.सुधा सिंह, डॉ.प्रीति पांडेय, डॉ.प्रज्ञा मित्तल,आदि का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर महाविद्यालय की उप प्राचार्या डॉ. अंजना दास, चीफ प्रॉक्टर डॉ.गीता परिहार, डॉ.अंशु सरीन, डॉ. कविता भटनागर, डॉ. अनुराधा सिंह, डॉ.अपर्णा जोशी, डॉ.अंचल गुप्ता, डॉ.रेनू शर्मा आदि शिक्षिकाओं की गरिमापूर्ण उपस्थिति रही।