रामगंगा नदी किनारे स्थित ग्रामों में वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया जाये: डीएम
मुरादाबाद। जिलाधिकारी श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह ने जिला गंगा संरक्षण समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की कलेक्टेªट सभाकक्ष में आयोजित संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए रामगंगा नदी के संरक्षण हेतु मुरादाबाद शहर से गुजरने वाली रामगंगा नदी के किनारे स्थित राजस्व ग्रामों में वृहद वृक्षारोपण अभियान हेतु एक माइक्रो प्लानिंग कार्ययोजना बनाकर उसका प्रभावी क्रियान्वयन करने के साथ-साथ पर्यावरणीय सुधार एवं वायु प्रदूषण की प्रभावी रोकथाम हेतु ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, कस्ट्रक्शन एवं डेमोलिशन वेस्ट प्रबन्धन, जैव चिकित्सा अपशिष्ट व ई-वेस्ट प्रबन्धन की प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिये।
बैठक में नमामि गंगे के अन्र्तगत कार्यो की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिला सीमा के भीतर नदी में तरल और ठोस अपशिष्ट लाने वाले नालों की निगरानी करने के निर्देश दिये गये विशेषकर मुरादाबाद नगर के 23 चिन्हित नाले जो रामगंगा नदी में प्रवाहित होते है, की निरन्तर चैकिंग करते रहने तथा ऐसे क्षेत्रों में आर्गेनिक फार्मिंग, वृक्षारोपण तथा सीवर मैनेजमेंट एवं साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट की कार्यवाही हेतु समग्र कार्ययोजना मनरेगा कन्वर्जन्स से बनाने के निर्देश दिये गये।
बैठक में प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने तथा जैव विविधता का संरक्षण करने एवं वन रोपण तथा नदी घाट पर आधारित पर्यटन को बढावा देने हेतु घाटों का समुचित रख-रखाव करने पर भी बल दिया गया। इसके अतिरिक्त घाटों पर स्वच्छता पखबाडा एवं वनीकरण अभियान आदि पर भी बल देते हुए जनपद में 250 तालाबों को चिन्हित कर उन्हें कैच द रैन अभियान तथा मानसून अवधि के दौरान जल संरक्षण की पद्धति अपनाकर अमृत सरोवरों के रुप में विकसित एवं पुर्नजीवित करने के भी जिलाधिकारी ने निर्देश दिये।
जिला पर्यावरण समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने आगामी वृक्षारोपण सीजन में आजादी का अमृत महोत्सव के अन्र्तगत प्रत्येक ग्राम में 75 पौधे महिलाओं द्वारा रोपित कराकर उन्हें “शक्ति वन” के रुप में विकसित एवं संरक्षित करने के भी निर्देश दिये। इसके साथ ही रामगंगा नदी किनारे स्थित 5 हजार से अधिक आबादी वाले ग्रामों में वृक्षारोपण कराने तथा रामगंगा नदी में विभिन्न औद्योगिक इकाइयांे विशेषकर चीनी मिलों द्वारा प्रवाहित किए जाने वाले इंडस्ट्रियल वेस्ट की चैकिंग कराकर इसकी प्रभावी रोकथाम के भी निर्देश दिये गये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनन्द वर्धन, एसपी टैªफिक अशोक कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी सूरज, जिला कृषि अधिकारी ऋतुषा तिवारी, डीपीआरओ आलोक प्रियदर्शी, सहायक नगर आयुक्त दीपशिखा पाण्डे, अधिशासी अभियन्ता जल निगम फराहिम अहमद सहित स्वास्थ्य, विकास, लोक निर्माण, बाढखण्ड, प्रदूषण, श्रम आदि विभागों एवं नागर निकायों के अधिशासी अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक का संचालन प्रभागीय वनाधिकारी सूरज ने किया।