योगी 2.0 में भी “क्षेत्रीय अस्मिता” के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ेगी उत्तर प्रदेश सरकार
उत्तर प्रदेश में पुन: सत्ता पर विराजमान योगी सरकार अब 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की राह आसान करने का रोडमैप तैयार कर रही है। इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहली सरकार के दौरान काशी- मथुरा और अयोध्या को केंद्र में रखकर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की मुहिम को आगे बढ़ाने का काम किया। अब उसी तर्ज पर योगी 2.0 में भी सरकार “क्षेत्रीय अस्मिता” के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ेगी। राजनीतिक पंडितों के मुताबिक सरकार हिन्दू वोट बैंक को सहेजने के लिए लगातार कई फैसले ले रही है।
योगी सरकार ने बुंदेली भाषा के विकास के लिए भी अलग से अकादमी बनाए जाने की घोषणा की है। यूपी के लिहाज से देखें तो यह भाषा करीब आठ से दस जिलों में बोली जाती है। सरकार इस क्षेत्रीय भाषा को सम्मान दिलाने और सहेजने की कोशिश में जुटी हुई है। मध्य प्रदेश में इस आशय का बिल विधानसभा में लाया जा चुका है।
भजन संध्या स्थल का होगा निर्माण
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को बुजुर्ग संतों और पुजारियों के कल्याण के लिए एक बोर्ड की स्थापना पर काम शुरू करने और भक्तों को मंदिरों के बारे में जानकारी प्रदान करने वाली एक ऑनलाइन प्रणाली विकसित करने का निर्देश भी दिया है। प्रयागराज, मथुरा, गोरखपुर और वाराणसी जिलों के प्रमुख धार्मिक स्थलों में भजन संध्या स्थल का निर्माण कराने के लिए भी कहा गया है।
भोजपुरी भाषा को बचाने के सीएम योगी ने एक बोर्ड गठित करने की कही है बात
यूपी में पूर्वांचल के लगभग दो दर्जन जिलों में भोजपुरी भाषा बोली जाती है। भोजुपरी भाषा को खत्म होने से बचाने के लिए सीएम ने खुद एक बोर्ड गठित करने की बात कही है जो पूर्वांचल के भोजपुरी समाज के लिए बड़े तोहफे के समान है।
अवधी भाषा के उत्थान के लिए अकादमी का गठन करने जा रही प्रदेश सरकार
भोजपुरी के साथ ही अब योगी सरकार अयोध्या और उसके आसपास के आधा दर्जन जिलों में बोली जाने वाली अवधी भाषा के उत्थान के लिए अकादमी का गठन भी करने जा रही है। सिर्फ यही नहीं अवधी और भोजपुरी की तरह ही योगी सरकार ने अब मथुरा और उसके आसपास के कई जिलों में बोली जाने वाली संवृद्ध ब्रज भाषा का विकास करने के लिए अलग से बोर्ड बनाने का प्लान तैयार किया है। योगी सरकार पहले ही ब्रज क्षेत्र के विकास के लिए एक अलग से ब्रजक्षेत्र विकास बोर्ड का गठन कर चुकी है। योगी सरकार ने जिस तरह से मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और बरसाने की होली की ब्रांडिंग को प्राथमिकता दी है उससे यह क्षेत्र यूपी के लिए एक पर्यटन हब के तौर पर विकसित होने में कामयाब हुआ है।