संभल को पर्यटन नगरी घोषित कराने हेतु, दिन-रात परिश्रम करेंगे: अमित वार्ष्णेय

संभल। विश्व हिंदू परिषद जिला संभल के प्रतिनिधिमंडल के रूप में जिलाध्यक्ष अमित वार्ष्णेय, जिला कोषाध्यक्ष दयानंद गुप्ता, जिला प्रचार प्रमुख वैभव गुप्ता ने, पर्यटन विकास एवं रक्षा राज्यमंत्री माननीय श्री अजय भट्ट से भेंट की और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपकर, संभल की प्राचीनता पर महत्व डालते हुए,विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष अमित वार्ष्णेय ने बताया कि 68 तीर्थ 19 धर्म कूप ,जिसमें हरिहर मंदिर भी सम्मिलित है व अन्य धार्मिक स्थानों को ध्यान में रखते हुए,केंद्र सरकार द्वारा संभल को पर्यटन नगरी घोषित करने की महती आवश्यकता है। ज्ञापन का सम्यक अवलोकन करने के उपरांत माननीय मंत्री महोदय द्वारा आश्वस्त किया गया कि इस महत्वपूर्ण प्रकरण को प्रांतीय सरकार उत्तर प्रदेश को इस आशय से संदर्भित किया जाता है कि इस पर शीघ्र कार्यवाही करते हुए सुसंगत प्रस्ताव को केंद्र सरकार को उपलब्ध कराया जाए।

प्रतिनिधि मंडल में शामिल वैभव गुप्ता ने माननीय मंत्री जी का आभार व्यक्त किया और कहा कि संभल कल्कि नगरी की स्थापना ,राजा विश्वकर्मा द्वारा की गई ।यहां ब्रह्मा जी का वास है जबकि संभल त्रिकोण में बसा है जिसके एक कोने पर चंद्रेश्वर,एक पर संभेलेश्वर तथा तीसरे कोने पर भुवनेश्वर शिवलिंग स्थापित हैं। कोषाध्यक्ष दयानन्द वार्ष्णेय ने आगे बताया कि अंतिम राजा हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की राजधानी भी सम्भल ही रही है,इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक हो जाता है कि ऐतिहासिक नगरी सम्भल को पर्यटन स्थल घोषित किया जाए।

वार्ता में जिलाध्यक्ष अमित वार्ष्णेय ने कहा कि हम जनता का सहयोग लेकर,अपनी आवाज को बुलंद करेंगे तथा सम्भल को पर्यटन नगरी घोषित कराने तक ,अपना संघर्ष जारी रखेंगे।