मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत के बाद पुलिस ने रुकवाया कब्जा
मुरादाबाद। यह मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले का है इस मामले में सबसे खास बात यह है की जो लोग कब्जा कर रहे हैं वह एक यूनिवर्सिटी के मालिक और उनके मैनेजर बताए जा रहे हैं सच्चाई क्या है यह तो पुलिस की जांच का विषय है लेकिन जो हालात नजर आ रहे हैं। वह योगी आदित्यनाथ सरकार के आदेश को हवा में उड़ा देने जैसा है क्योंकि कम पढ़े लिखे लोगों से जमीन का कुछ हिस्सा लिया गया और शेष को साठगांठ करके कब जाने की कोशिश है। 26 मई को इस मामले में कब्जे की कोशिश की गई और जब कहीं से न्याय नहीं मिला तो मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत की गई इसके बाद पुलिस हरकत में आई और नींव खोदने की कोशिश करने वाले मजदूरों के साथ साथ अन्य जगहों को भी पुलिस ने खदेड़ दिया। साथ ही चेतावनी दी और कहा कि फैसला होने तक कुछ नहीं होगा। फिलहाल थाना पामगढ़ क्षेत्र के गांव लोदीपुर के मामले में फिरासत अली के बेटे असलम का कहना है कि 2 दिन पहले शाम 4 बजे वह किसी काम से मुरादाबाद जा रहा था तो सर्किट हाउस के ठीक सामने अज्ञात बाहर से कुछ लोगों ने उसकी बाइक में लात मारी और गिरा दिया। बाद में मोटरसाइकिल से टक्कर मारकर जख्मी कर दिया एलानिया कहा अपनी संपत्ति को भूल जा और जो शिकायतें करता फिर रहा है उन्हें वापस ले ले अन्यथा अगली बार नहीं बचेगा। इस मामले में असलम ने जिला अधिकारी से शिकायत की तो जिलाधिकारी ने एसएचओ मझोला को तत्काल कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।