बरेली में कुतुबखाना पर लाइट मेट्रो का भूमिगत जंक्शन दिऐ बिना यह योजना भी बेमानी ही होगी
कुतुबखाना सब्जी मंडी में लखनऊ हजरतगंज के जनपथ की तर्ज पर बहुमंजिला वाहन पार्किंग एवम शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जाए. हार्ट मेन, चौपला एवम शमशान रेल क्रासिंग पर अंडर पास भी बने
निर्भय सक्सेना बरेली। स्मार्ट सिटी में अभी कुतुबखाना सब्जी मंडी में वाहन पार्किंग या बहुमंजिला कॉम्प्लेक्स की जगह या योजना भी नही चिन्हित हुई है। बरेली में लाइट मेट्रो सेवा देने पर भी उत्तर प्रदेश सरकार अब गंभीर है। जनप्रतिनिधियों से सुझाव भी मांगे गए हैं। अभी भी समय है की लाइट मेट्रो का जंक्शन कुतुबखाना पर भूमिगत योजना के तहत प्रस्तावित कुतुबखाना के बाइशेप उपरिगामी पुल योजना में शामिल हो। लाइट मेट्रो योजना का जंक्शन कुतुबखाना पर आए बिना यह योजना भी बेमानी ही होगी। इसके साथ ही कुतुबखाना सब्जी मंडी में लखनऊ के हजरतगंज के जनपथ की तर्ज पर बहुमंजिला वाहन पार्किंग एवम शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनने से कुतुबखाना के पुल से कुछ विस्थापित व्यापारियों को भी स्थान देने में आसानी होगी। इसके अलावा हार्ट मेन, चौपला एवम शमशान रेल क्रासिंग पर अंडर पास भी बनाए जाएं। बरेली में अब हालत यह है कि कुतुबखाना पुल के नाम पर भी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की तर्ज पर ही नियोजित तरीके से विकास पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वह केवल अनियोजित कार्य को प्रोत्साहन देकर सरकारी धन को ठिकाने लगाने का काम में लगे हैं। कुछ लोग बरेली में पटेल चौक एवम संजयनगर रोटरी की तरह बार बार तोड़ने का खेल खेल कर रहे हैं। बरेली में पटेल चौक एवम संजयनगर रोटरी की कई बार टूट भी चुकी है। अब जिला हॉस्पिटल का फुट ओवर ब्रिज का कुतुबखाना पुल के बाई शेप में बाधक बनने का ध्यान आया है यही हाल लाइट मेट्रो का भी कुतुबखाना पर हो सकता है। शहर में वाहन पार्किंग की जगह भी मोतीपार्क में चिन्हित होने से मोतीपार्क का ऐतिहासिक स्वरूप ही नष्ट हो रहा है। जबकि यहां हरियाली वाले पार्क की अधिक जरूरत है। अधिकारियों ने कभी यह भी कल्पना की की मोतीपार्क तक कार आदि वाहन पहुंचेंगे कैसे। मोतीपार्क जहां देश के बड़े नेताओं की आम सभा होती थीं। उस ऐतिहासिक पार्क को अनियोजित वाहन पार्किंग के नाम पर खतम किया जा रहा है। जिला अधिकारी कार्यालय, कचहरी, जेल रोड, कुतुबखाना, कोहाड़ापीर, सिविल लाइन, श्यामगंज, किला, बड़ा बाजार आदि में भयंकर जाम जैसी स्थिति दिन भर बनी रहती है। पत्रकार निर्भय सक्सेना ने भी पूर्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ को मेल भेजकर इससे अवगत भी कराया था। जिसमे कहा गया था की जिलों के सुनियोजित विकास के लिए नगर निगम, विकास प्राधिकरण, जिला परिषद, जनप्रतिनिधियों एवम अधिकारियों की एक संयुक्त मॉनिटरिंग कमेटी बने जो जनहित में गुणदोष के आधार पर जिले की पंचवर्षीय समयबद्ध योजनाएं बनाएं ताकि सरकारी धन का सही प्रयोग हो । अब बरेली में लाइट मेट्रो सेवा देने पर भी उत्तर प्रदेश सरकार अब गंभीर है और जनप्रतिनिधियों से सुझाव भी मांगे गए हैं। अभी भी समय है की लाइट मेट्रो का जंक्शन कुतुबखाना पर भूमिगत योजना के तहत शामिल हो। लाइट मेट्रो योजना का जंक्शन कुतुबखाना पर आए बिना यह योजना भी बेमानी ही होगी। अब योगी 2 की नई सरकार में बरेली में कुतुबखाना एवम डेलापीर के वाई शेप पुल बनने पर ही जाम की समस्या की राह कुछ आसान होगी। अन्यथा उसका हाल भी चौपला या आई वी आर आई के पुल जैसा ही होगा जिसमे दुर्घटना की आशंका हर दम बनी रहती है। इसके साथ ही बरेली स्मार्ट सिटी में कुतुबखाना सब्जी मंडी, श्यामगंज सब्जी मंडी, किला, तहसील परिसर में कचहरी में बहुमंजिला वाहन पार्किंग लखनऊ के हजरत गंज के जनपथ मार्केट की तर्ज पर बनाने की भी आज नितांत जरूरत है। इसके साथ ही जिला हॉस्पिटल में टीबी हॉस्पिटल के आस पास के जिला हॉस्पिटल की गिरताऊ भवन जमीदोज कर जिला महिला हॉस्पिटल की तर्ज पर ही बहुमंजिला भवन बनाया जाए और बांसमंडी का राजकीय आयुर्वेदिक हॉस्पिटल भी इसी परिसर में लाया जाए। ताकि घनी आबादी वाली जनता को सरकारी चिकित्सा का लाभ मिल सके। जिला हॉस्पिटल की कीमती भूमि का भी निजी हॉस्पिटल की तरह उपयोग हो तो निर्माणाधीन फुटओवर पुल की जरूरत ही नही होती। अभी भी उसे रोकना जनहित में होगा। क्योंकि उससे अधिक जरूरी कुतुबखाना का बाई शेप पुल बना जरूरी है। इसके अलावा हार्ट मेन, चौपला एवम शमशान रेल क्रासिंग पर अंडर पास भी बने स्मरण रहे बरेली शहर में कुतुबखाना पुल की बाई शेप वाली मांग काफी पुरानी है। कुतुबखाना के साथ ही डेलापीर एवम किला क्रासिंग पर वाई शेप का एक नया पुल बनाना आज की जरूरत भी है। जहां तक बरेली में लाइट मेट्रो चलाने की बात है इसके लिए इस बात पर भी मंथन हो की लाइट मेट्रो का मार्ग का जंक्शन कुतुबखाना पर भी भूमिगत बने। बरेली रामपुर रोड, इज्जतनगर के साथ विश्वविद्यालय रोड, रामगंगा नगर योजना, एयरपोर्ट से रेलवे जंक्शन को भी लाइट मेट्रो से जोड़ा जाए। बरेली स्मार्ट सिटी में कुतुबखाना सब्जी मंडी, श्यामगंज सब्जी मंडी, किला, तहसील परिसर में कचहरी में बहुमंजिला मार्केट एवम वाहन पार्किंग की भी आज नितांत जरूरत है। स्मार्ट सिटी बरेली में भी अब जुलाई माह में मानसून की वर्षा शुरू होगी। बरेली में तीसरी बार बीजेपी के विधायक बने डॉ. अरुण कुमार को इस बार मंत्री मंडल में वन राज्यमंत्री का स्थान भी मिला है। मुख्यमंत्री योगी जी ने धर्मपाल सिंह को भी अपने मंत्रिमंडल में पुना स्थान दिया है। बरेली स्मार्ट सिटी घोषित हुए कई वर्ष बीत गए। बरेली में हाल यह है कि स्मार्ट सिटी के काम अभी धरातल तक पर नहीं आये हैं। स्मार्ट सिटी का दर्जा पाया बरेली शहर आज भी बदहाल गड्ढादार सड़कों, चोक नाले नालियो, हर सड़क चोराहे पर जाम, कुतुबखाना उपरिगामी पुल एवम हवा हवाई कूड़ा निस्तारण प्लांट की योजना वाली घोषणाओ के प्रोजेक्ट बनने का ही अभी इंतजार ही कर रहा है। जबकि बरेली कैंट में कूड़ा निस्तारण प्लांट लग गया।