बिहार की नई सरकार में सामाजिक न्याय को किया गया दरकिनार, 32-33% अति पिछड़े वर्ग के 33 में मात्र 3 मंत्री-लौटनराम निषाद

लखनऊ। बिहार की नई सरकार के मन्त्रिमण्डल में सामाजिक न्याय को दरकिनार कर दिया गया है।बिहार मन्त्रिमण्डल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय ओबीसी महासभा के प्रवक्ता चौ.लौटनराम निषाद ने कहा कि 33 सदस्यीय मन्त्रिमण्डल में 32-33 प्रतिशत आबादी वाले अतिपिछड़े वर्ग के मात्र 3 मंत्री बनाये गए हैं।जिसमें मल्लाह,धानुक,नोनिया जाति को स्थान दिया गया है।बिहार के जातिगत समीकरण में स्वर्ण जातियों की आबादी 16 प्रतिशत,यादव की 11-12 प्रतिशत,कुर्मी 2 प्रतिशत,कोयरी 3.5 प्रतिशत,निषाद उपजातियाँ 14.25 प्रतिशत हैं।बिहार मंत्रिमंडल में पिछड़ी जातियों से बनाये गए मंत्रियों में 7 यादव,2-2 कुर्मी,कोयरी हैं।6 मंत्री अगड़ी जाति के हैं,जिसमें 3 राजपूत,2 भूमिहार,1 ब्राह्मण जाति के हैं।1 मंत्री वैश्य,6 मंत्री दलित,5 मंत्री मुस्लिम हैं।

निषाद ने बताया कि जदयू कोटे से 12,राजद कोटे से 17,कांग्रेस कोटे से  2,हम कोटे से 1 व 1 निर्दलीय मंत्री हैं।

दलित जाति के अशोक चौधरी (पासी),सुनील कुमार (रविदास) कुमार सर्वजीत (पासवान),सुरेंद्र राम (रविदास),संतोष कुमार सुमन (मांझी/मुसहर),मुरारी गौतम (रविदास),अल्पसंख्यक वर्ग से

जमा खान,अफाक आलम,इसरायल मंसूरी,शमीम अहमद,शहनवाज आलम ,सवर्ण जाति से विजय चौधरी (भूमिहार),कार्तिक मास्टर (भूमिहार),संजय झा (ब्राह्मण), सुमित सिंह (राजपूत),लेशी सिंह (राजपूत),सुधाकर सिंह (राजपूत),वैश्य समाज के समीर कुमार महासेठ (सूड़ी) का नाम शामिल है।

यादव जाति के तेजस्वी यादव (उप मुख्यमंत्री),बिजेंद्र यादव,तेजप्रताप यादव,सुरेंद्र यादव, चंद्रशेखर यादव, ललित यादव, रामानंद यादव,जितेंद्र राय,कोयरी/कुशवाहा जाति के आलोक कुमार मेहता,जयंत राज कुशवाहा,अतिपिछड़ा वर्ग से मदन सहनी (मल्लाह), शीला मंडल (धानुक),अनिता देवी (नोनिया) एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,श्रवण कुमार कुर्मी जाति के हैं।देश व राज्यों में सर्वाधिक आबादी वाले अतिपिछड़ी जातियों को सम्मानजनक हिस्सेदारी  नहीं मिल पा रही है।