Moradabad: रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते प्राइवेट अस्पताल के चार कर्मी गिरफ्तार

मुरादाबाद: पिछले एक महीने में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर पूरे देश और प्रदेश के साथ जनपद में भी देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में रोजाना कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं और जनपद में कई अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कालाबाजारी की सूचना आ रही थी। जिस पर पुलिस ने इंजेक्शन की कालाबाजारी करते शहर के तीन नामचीन अस्पतालों के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। एक तीमारदार की शिकायत पर पुलिस ने ये कार्रवाई की है।

बढ़ गयी थी डिमांड

कोरोना मरीजों के लिए इस समय रेमडेसिविर इंजेक्शन की इस कदर डिमांड हो रही है कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को आपूर्ति करने में ख़ासा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीँ लगातार ऑक्सीजन के साथ ही इंजेक्शन की कालाबाजारी भी कुछ स्वार्थी लोगों द्वारा की जा रही थी। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए एक नम्बर जारी किया था जिसमें शिकायत करने वाले का नाम गोपनीय रखने की बात कही गयी थी।

तीमारदार ने की थी शिकायत

सोमवार रात को एक तीमारदार ने एसएसपी से ब्लैक में इंजेक्शन बेचने की शिकायत की। जिस पर उन्होंने एसओजी टीम और मझोला पुलिस को अलर्ट कर दिया और चार लोगों को दो रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से 62 हजार रुपए भी बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए चार लोगों में एक नया मुरादाबाद स्थित ब्राईट स्टार हॉस्पिटल, एक टीएमयू और कांठ रोड स्थित कॉसमॉस अस्पताल के कर्मचारी हैं। वहीँ पुलिस के मुताबिक इस गिरोह में कई और लोग भी शामिल हो सकते हैं। किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।