रेडियोथेरेपी की विधियों और मात्रा पर सर्वमान्य राय बनानी जरूरी

बरेली। कैंसर कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। इसका भी पूर्णतः उपचार संभव है। बस इसमें जागरूकता की कमी, लापरवाही और विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी बड़ी बाधा बनती है। कैंसर के इलाज को लेकर आम लोगों के साथ विशेषज्ञों में भी भ्रांतियां हैं। इसी वजह से कैंसर के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उन्हें दूर कर कैंसर के ज्यादा से ज्यादा मरीजों का समुचित इलाज किया जा सकता है।

श्रीराममूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में शनिवार को आरंभ हुई कांफ्रेंस का उद्घाटन एस.आर.एम.एस. ट्रस्ट के संस्थापक एवं चेयरमैन देवमूर्ति ने किया। इसमें एस.आर.एम.एस. मेडिकल कालेज के डायरेक्टर आदित्य मूर्ति, एसोसिएशन आफ रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट आफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.राजेश वशिष्ठ (बटिंडा), राष्ट्रीय सचिव डा. जीवी गिरि (बंगलुरु), प्रेसिडेंट इलेक्ट डा.मनोज गुप्ता (ऋषिकेश), स्टेट प्रेसिडेंट डा.शालीन कुमार (लखनऊ), स्टेट सेक्रेटरी डा.सुरभि गुप्ता (आगरा), प्रिंसिपल डा.एसबी गुप्ता, डा.आरके चितलांगिया (बरेली), कांफ्रेंस की आयोजन समिति के अध्यक्ष व आर.आर. कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के विभागाध्यक्ष डा.पियूष कुमार और सचिव डा.पवन मेहरोत्रा शामिल हुए। कांफ्रेंस में ऋषिकेश एम्स के कैंसर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डा.) मनोज गुप्ता को डा.बीएन लाल ओरेशन अवार्ड और मध्यप्रदेश के वर्धा स्थित महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डा.) निलाय रंजन दत्ता को डा.एमसी पंत ओरेशन अवार्ड दिया गया।

उद्घाटन सत्र के साथ साइंटिफिक कांफ्रेंस पहले दिन पांच सत्र हुए। पहले सत्र में एसजीपीजीआई लखनऊ की डा.पुनीता लाल ने सरवाइकल कैंसर के साथ हेड और नेक कैंसर के विषय में जानकारी दी। टाटा मैमोरियल वाराणसी के डा.बीके मिश्रा ने कैंसर के इलाज में आरटी और सीटी की जानकारी दी। होमी भाभा कैंसर हास्पिटल वाराणसी के डा.आशुतोष मुखर्जी ने मुंह के कैंसर और उसके उपचार की जानकारी दी। दूसरे सत्र में एसजीपीजीआई लखनऊ के डा.नीरज रस्तोगी ने गाल ब्लैडर, एसजीपीजीआई लखनऊ की डा.सुषमा अग्रवाल ने पेनक्रियाटिक कैंसर और इसके अत्याधुनिक उपचार की विधियों को बताया। तीसरे सत्र मैक्स हास्पिटल गाजियाबाद की डा.राशि अग्रवाल और केजीएमयू की डा.मृणालिनी वर्मा ने मुंह के कैंसर में कीमोरेडिएशन और प्राइमरी कीमोरेडिएशन को समझाया। चौथे सत्र में यूनाइटेड किंगडम से आए डा.युद्धवीर सिंह नागर ने प्रोस्टेट कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक तरीकों की जानकारी दी। नई दिल्ली की शिखा हैदर और डा.अनुरीता श्रीवास्तव ने लिंफ नोड और कैंसर में प्राथमिक कीमोरेडियोथेरेपी की जानकारी दी। पांचवें सत्र में अपोलो कैंसर सेंटर की डा.सपना नांगिया ने फेफड़ों के कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक विधियों को बताया।