केदारनाथ: श्रद्धालुओं की जान जोखिम में डाल हेलिकॉप्टर रोज भर रहे 200 उड़ान

केदारनाथ में मंगलवार को हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में एक पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद केदारनाथ से संचालित हो रहीं हवाई सेवाओं के सुरक्षा मापदंडों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. केदारनाथ में 9 अलग अलग कंपनियों के हेलिकॉप्टर हर रोज करीब 200 उड़ान भरकर हजारों यात्रियों को मंदिर लाते ले जाते हैं. आजतक ने सुरक्षा के लिहाज से जब पड़ताल की तो कुछ चौंकाने वाले पहलू सामने आए. इन्हें देखकर ऐसा लगता है कि हेलिकॉप्टर क्रैश की घटना के बाद भी सबक नहीं लिया जा रहा.

केदारनाथ में हजारों यात्री हर रोज दर्शन के लिए आते हैं. जल्दी और सुगम यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. आज तक की टीम जब मौके पर रिपोर्टिंग कर रही थी, तो देखा कि एक हेलिकॉप्टर कुछ यात्रियों को लेकर केदारनाथ हेलिपैड पर लेकर आता है और मात्र 30 सेकंड बाद ही वह वहां से वापस लौट रहे यात्रियों को लेकर उड़ान भर देता है. इस हेलिपैड का संचालन उत्तराखंड नागरिक उड्डयन और गढ़वाल मंडल विकास निगम मिलकर करते हैं लेकिन आजतक की टीम को न तो वहां कोई एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम देखने को मिला और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी.

कैमरा पर न आने को शर्त पर गाजियाबाद से केदारनाथ यात्रा पर आए डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा सुरक्षा के मानक कठिन तो होते हैं लेकिन जान जोखिम में डालना भी ठीक नहीं है. यहां हर मिनट कोई न कोई हेलिकॉप्टर उड़ान भर रहा है और चौंकाने वाली बात ये है कि यहां कोई ATC नहीं है.

‘ऊंचाई तक उड़ने में सक्षम था हेलिकॉप्टर’

आर्यन एविएशन के निदेशक कप्तान वी के सिंह ने Media से बातचीत में कहा कि इस हेलिकॉप्टर क्रैश की घटना से वे दुखी हैं. उन्होंने बताया कि क्रैश हेलिकॉप्टर ऊंचाई तक उड़ने में सक्षम था. इस मॉडल के हेलिकॉप्टर केदारनाथ जैसे ऊंचे स्थानों से उड़ान भरने के लिए सबसे बेहतर होते हैं. उन्होंने कहा कि हम सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हैं.

यात्रियों ने उठाए सवाल

केदारनाथ में जब आजतक ने यात्रियों से बात की, तो उन्होंने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई. गाजियाबाद से आए एक यात्री ने बताया कि एविएशन कंपनी पैसे कमाने के चक्कर में जल्दी जल्दी यात्रियों को बैठाते हैं और उतारते हैं, यह बहुत खतरनाक है. वहीं मध्यप्रदेश से केदारनाथ दर्शन के लिए आए यात्री ने कहा कि कई बार मौसम को लेकर डर लगता है. खराब मौसम में हेलिकॉप्टर उड़ान भरते हैं, जिन्हें सुरक्षा को देखते हुए कदम उठाने चाहिए.

 

साभार : आजतक