103 दिन की जेल यात्रा के बाद बदल गए शिवसेना नेता संजय राउत के स्वर

मुंबई। संजय राउत 103 दिन के बाद बुधवार (9 नवंबर) को आर्थर रोड सेंट्रल जेल से बाहर निकले और कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका जोर-शोर से स्वागत किया। हालांकि, इस दौरान उनके सुर काफी बदले हुए नजर आए। जेल से बाहर आने के बाद जब उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके मन में किसी के लिए कोई गुस्सा नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की तारीफ भी की। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या उनके तेवर नरम पड़ गए हैं।

दरअसल, 103 दिन बाद जेल से बाहर आने के बाद वह उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे। इस दौरान उद्धव ने गले मिलकर उनका स्वागत किया। एक तरफ जहां ठाकरे ने केंद्र सरकार पर जमकर निशान साधा और ईडी की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए। वहीं, दूसरी तरफ राउत ने कहा कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है। हमने ऐसा राजनीतिक प्रतिशोध नहीं देखा। मैं किसी केंद्रीय एजेंसी को दोष नहीं दूंगा।

फडणवीस की तारीफ का मतलब

इतना ही नहीं संजय राउत ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की तारीफ करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में नई सरकार बनी है। उन्होंने उनके अच्छे फैसलों का स्वागत भी किया। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने कुछ अच्छे फैसले भी लिए हैं। ऐसा लगता है कि राज्य को फडणवीस ही चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली जाकर पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में थे जेल में

बता दें कि पीएमएलए कोर्ट ने बुधवार को शिवसेना के सांसद संजय राउत को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दे दी। शिवसेना नेता संजय राउत पात्रा चॉल घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंस हुए हैं। इस स्कैम की शुरुआत साल 2007 में हुई।आरोप है कि महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी यानी MHADA के साथ प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की मिलीभगत से घोटाले को अंजाम दिया गया।