श्रद्धा की हत्या कर आफताब ने पूरी दिल्ली में बिखेरे शव के टुकड़े

 

नई दिल्ली : दक्षिण दिल्ली पुलिस ने 6 महीने से गायब श्रद्धा की हत्या का खुलासा करते हुए उसके प्रेमी आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार किया है। आफताब ने विगत 18 मई को अपनी प्रेमिका श्रद्धा की हत्या कर उसके शरीर के कई टुकड़े किए और फिर पूरी दिल्ली में जगह-जगह फेंक दिया।

 

बता दें कि मुंबई निवासी विकास मदान ने दिल्ली के महरौली थाने में अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि वह अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के पालघर में रहते हैं। उनकी बेटी श्रद्धा (26 साल) मुंबई के मलाड में स्थित मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में नौकरी करती थी। वहीं पर उसकी मुलाकात आफताब अमीन से हुई और दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे और लिव-इन रिलेशन में रहने लगे। जब परिवार को इस रिश्ते के बारे में पता चला तो उन्होंने इसका विरोध किया जिसके बाद आफताब और श्रद्धा ने मुंबई छोड़ दिया और दिल्ली में आकर रहने लगे।

 

 

श्रद्धा के पिता ने बताया कि उनको बाद में पता चला कि उनकी बेटी महरौली के छतरपुर इलाके में रहती है। उन्होंने बताया कि उन्हें किसी न किसी माध्यम से बेटी की जानकारी मिलती रहती थी। श्रद्धा की फेसबुक पर अपलोड की गई फोटो से उन्हें पता चला था कि श्रद्धा हिमाचल प्रदेश घूमने भी गई है, लेकिन उसके बाद से कोई सूचना नहीं मिली। उससे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वह भी बंद आ रहा था। जिसके बाद किसी अनहोनी की आशंका होने पर वे 8 नवंबर को छतरपुर स्थित श्रद्धा के फ्लैट में गए लेकिन वहां पर ताला बंद था। जिसके बाद उन्होंने महरौली थाने में पहुंचकर पुलिस को किडनैपिंग की सूचना दी।

 

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और श्रद्धा के लिवइन पार्टनर आफताब को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आफताब ने बताया कि श्रद्धा शादी करने को लेकर उस पर दबाव बना रही थी। जिसको लेकर दोनों में झगड़ा होता रहता था। विगत 18 मई को भी दोनों के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ तो उसने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी और आरी से काटकर उसके शव के 35 टुकड़े कर दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। आफताब के बयान के आधार पर पुलिस श्रद्धा की लाश के टुकड़े ढूंढने में लगी हुई है।

 

पुलिस ने बताया कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब एक बड़ा फ्रिज खरीदकर लाया और श्रद्धा के शव को 18 दिनों तक घर में रखा। इसके बाद वह रात के 2 बजे शरीर के टुकड़े को एक-एक करके प्लास्टिक बैग में लेकर जाता था और फेंक कर आ जाता था।

 

हत्या से बचने के लिए बनाया था पूरा प्लान

आफताब का मकसद पुलिस को गुमराह करना था, इसके साथ ही उसे पूरा विश्वास था कि दिल्ली पुलिस कभी श्रद्धा का शव बरामद नहीं कर पाएगी और वह इस हत्या से साफ बचकर निकल जाएगा। वहीं, 6 महीने पहले हुई इस हत्या का खुलासा दिल्ली पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद किया है। इसके लिए दिल्ली पुलिस को पूरी दिल्ली की खाक छाननी पड़ी।