Tuesday, July 15, 2025
उत्तर प्रदेशराज्य

गो आश्रय स्थलों पर अलाव जलाएं, शीत लहर से बचाने पशुओं को बचाने को जूट के बोरे और तिरपाल से गो आश्रय स्थलों को करें कवर

लखनऊ। अलीगढ़ में पिछले दो-तीन दिनों से अचानक बढ़ी ठंड को देखते हुए शासन सर्तक हो गया है। पशुपालन निदेशक डॉ. इंद्रमणी ने पंचायती राज निदेशक व प्रदेश के सभी डीएम को पत्र जारी करते हुए गोवंश को ठंड से बचाव का महत्वपूर्ण उपाये सुझाएं है। पंचायत राज विभाग व पशुपालन विभाग के अधिकारियों को शीत ऋतु की सर्दी से गोवंश को बचाने 11 बिंदुओं की एडवाइजरी जारी की है। इसे गंभीरता से लेते जिला स्तरीय अधिकारियों ने ब्लाक व ग्राम पंचायतों को इस पर अलम करने का आदेश जारी किया है। साथ ही चेताया है कि ठंड से अगर किसी भी गोवंश की हानि हुई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सरंक्षित निराश्रित व बेसहारा गोवंश को ठंड बचाने को सुझाये यह उपाय

1-गोवंश को ठंड से बचाने को आश्रय स्थलों में शीत लहर से बचाव को शेड को जूट के बोरे व तिरपाल से कवर किया जाए। इसके लिए विभिन्न संस्थाओं से अनुपयोगी बोरा-टाट आदि लेकर प्रयोग में लाया जाए।
2-गोवंश को जूट के बोरे के झूल का उपयोग कराकर ठंड से बचाना।
3-गो-आश्रय स्थल व सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था किया जाए।
4-शीत ऋतु में संभावित वर्ष के दृष्टिगत स्थल पर जल भराव न हो, गोवंश शेड जल भराव से प्रभावित न हो तथा स्थल पर जल निकासी की समुचित व्यवस्था हो का भी ध्यान दिया जाए।
5-वृद्ध, अशक्त व नवजात गोवंश पर विशेष ध्यान दिया जाए।
6-गो आश्रय स्थलों में बिछावन को पराली व लकड़ी बुरादा और गन्ने की खोई का उपयोग करें।
7-रात के समय गोवंश खुले स्थान पर न रहे और दिन में गोवंश को पर्याप्त धूप में रखा जाए।
8-आश्रय स्थलों की पर्याप्त साफ सफाई सुनिश्चित कराई जाए। समय-समय पर बिछावन को बदला जाए।
9-गोवंश के खाने एवं पीने के लिए चरही की समुचित साफ-सफाई भी कराया जाए।
10-गोयश आश्रय स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में भूसा, पराली, हरा चारा, दाना इत्यादि के साथ-साथ गुड़, पीने को स्वच्छ-ताजा पानी की व्यवस्था की जाए।
11-गोवंश की निगरानी , सुरक्षा को चौकीदार या केयर टेकर की व्यवस्था अवश्य की जाए।