इस्लामी अध्ययन विभाग में इस्लाम की आध्यात्मिक अवधारणा पर व्याख्यान

आज के संकट काल में विश्व स्तर पर मनुष्य मानसिक और हृदय रोगों का शिकार हो गया है। वैश्वीकरण के इस दौर में अतीत की तुलना में भले ही चिकित्सा विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली हो, लेकिन आज की दुनिया मानसिक और मनोवैज्ञानिक रोगों के छिपे हुए रूपों की खोज नहीं कर पा रही है। स्थिति यह है कि जैसे-जैसे ड्रग्स और क्लिनिकल परीक्षण आगे बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे मानसिक और हृदय रोगों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ये विचार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान संकाय के पूर्व डीन प्रोफेसर अकबर हुसैन ने इस्लामी अध्ययन विभाग के साप्ताहिक व्याख्यान में व्यक्त किए।

प्रोफेसर अब्दुल मजीद खान व विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद इस्माइल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। डा जियाउद्दीन फलाही ने कहा कि प्रोफेसर अकबर हुसैन ने अंग्रेजी भाषा में 54 पुस्तकें और 200 से अधिक लेख लिखकर छात्रों, शिक्षकों और शोध छात्रों के लिए व्यावहारिक उदाहरण प्रस्तुत किया है।