इस्लामनगर: झोलाछाप ने किया गर्भपात तो बन आई जान पर

 

मुरादाबाद। योगीराज में नहीं होगी कन्या भ्रूण हत्याएं… मैं भले ही राजस्थान सरकार की तर्ज पर योजना तैयार की गई हो लेकिन मुरादाबाद जिले में कई स्थानों पर कन्या भ्रूण हत्या हो रही है और जनपद के इस्लामनगर मन कुआं आदि क्षेत्र इसके गढ़ बताए जाते हैं। इस काले धंधे में लगे लोगों की माने तो खुद महिलाएं ही हत्या के धंधे में लिप्त है और वह भी ऐसी महिलाएं जो बिना डिग्रीधारी है।

जी हां यही सच है जनपद के इस्लामनगर में एक ऐसी महिला सक्रिय है जो चिकित्सा के क्षेत्र की कोई भी डिग्री या डिप्लोमा किए हुए नहीं है लेकिन वह बड़ी तादाद में भ्रूण हत्या करने मैं सक्रिय है। गीता नामक इस महिला ने अभी चार-पांच दिन पहले सरिता नामक महिला के पेट में पल रहे बच्चे की सफाई के नाम पर गर्भपात कराया तो महिला की जान पर बन आई क्योंकि बिना डिग्री धारी इस महिला ने गर्भपात के नाम पर भ्रूण हत्या की तो महिला के गर्भाशय में औजार लग गए और इसके बाद सरिता की जान पर बन आई।

 

यह जो विज्ञापन आप देख रहे हैं यह उत्तर प्रदेश सरकार का है और इसके द्वारा लोगों को और डॉक्टरों को यह सचेत किया गया है की गर्भावस्था में लिंग जांच कराना या करवाना अपराध है लेकिन मुरादाबाद मंडल के संभल जिले में पिछले दिनों हरियाणा राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने छापा मारकर यह साबित कर दिया कि यहां पर बड़ी तादाद में सुनियोजित तरीके से लिंग परीक्षण का काला कारोबार चल रहा है।

यही महिला बताई जाती है कन्या भ्रूण हत्या करने के धंधे में सक्रिय

 

मुरादाबाद के थाना भोजपुर क्षेत्र स्थित विवेकानंद – काशीपुर मार्ग के इस्लाम नगर में एक अवैंध क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र पर शनिवार को सरिता नामक महिला का गर्भपात औजारों की माध्यम से किया गया। औजार लगने से ब्लैड शुरू हो गया तो झोलाछाप महिला ने अधूरी सफाई कर आनन फानन में महिला को घर भेज दिया। ब्लैड नही रोका तो पति ने उसको आशियाना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जिससे उसकी जान पर बन आई। किसी तरह महिला के पति ने एक निजी अस्पताल में ऑप्रेशन कराकर अपनी पत्नी की जान बचाई। झोलाछाप महिला गीता सैनी खुलेआम अपनी बिना रजिस्ट्रेशन के क्लीनिक पर भ्रूणहत्याएं कर रही है। इतना ही नही सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि ये झोलाछाप महिला पहली अपने परिचित के अल्ट्रासाउंड सेंटर पर मेल फिमेल का परिक्षण करवाती है और फिर भ्रूणहत्याएं करती है। भ्रूणहत्याएं करना इस झोलाछाप महिला का बड़े पैमाने पर पेशा है। ऐसा नहीं हैं कि इसकी भनक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नही है वह सबकुछ जानकर भी अंजान बनी रहते है। करीब एक वर्ष पहले इस महिला के खिलाफ विभागीय एक्शन भी हुआ था लेकिन सांठगांठ करके मामला रफा दफा करा दिया