विनय श्रीवास्तव हत्याकांड : पुलिस ने केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर से पूछताछ की

 

 

लखनऊ में विनय श्रीवास्तव हत्याकांड को लेकर पुलिस ने केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर (Kaushal Kishore) के बेटे विकास किशोर से पूछताछ की है. पूछताछ में विकास में माना कि उससे पिस्टल रखने में गलती हुई है. उसे अपनी लाइसेंसी पिस्टल को घर पर छोड़कर नहीं जाना चाहिए था. विकास से पुलिस की पूछताछ करीब डेढ़ घंटे चली. इस दौरान तमाम सवाल-जवाब हुए.

 

जानकारी के मुताबिक, विकास किशोर से पिस्टल रखने के मामले में देर रात ठाकुरगंज पुलिस स्टेशन में एसीपी और ठाकुरगंज थाना अध्यक्ष ने पूछताछ की. पूछताछ में मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास ने हत्या की साजिश में शामिल होने से साफ इनकार किया. हालांकि, उसने इस बात को माना की उससे पिस्टल रखने में लापरवाही हुई है. उसे इस तरह से पिस्टल घर में नहीं छोड़ना चाहिए था.

 

एसीपी सुनील शर्मा ने विकास किशोर से कई सवाल किए, जिसमें पहला सवाल था- पिस्टल घर क्यों छोड़ कर गए थे? इसपर विकास ने जवाब दिया गया कि गलती हो गई. इसके बाद जब साजिश में शामिल होने की बात पूछी गई तो विकास ने सफाई दी कि वह हत्या की साजिश में शामिल नहीं है.

 

पूछताछ में विकास किशोर ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि 31 अगस्त की शाम को उसे एयरपोर्ट तक छोड़ने मृतक विनय भी अंकित व अजय के साथ गया था. वहां से ये लोग उसके घर आ गए थे. इसके बाद उनके बीच क्या विवाद हुआ, क्यों गोली चली… इस बारे में उसे कुछ नहीं पता.

 

मालूम हो कि ठाकुरगंज पुलिस ने विनय हत्याकांड में पूछताछ के लिए विकास किशोर को नोटिस भेजा था. जिसके बाद बीती रात पुलिस अधिकारियों ने विकास से एक के बाद एक दो दर्जन से ज्यादा सवाल किए.

 

गौरतलब है कि पीड़ित परिवार यानी मृतक विनय के घरवाले इस मामले में मंत्री के बेटे विकास किशोर पर साजिश रचने का इल्जाम लगा रहे हैं. परिजन मामले की गहराई से जांच की मांग कर रहे हैं. शराब पार्टी और जुएं में लड़ाई के बाद फायरिंग वाली पुलिस की थ्योरी भी उनके गले से नीचे नहीं उतर रही है.

 

विनय के भाई विक्रांत ने कत्ल को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उसने कहा है कि जिस तरह उसके भाई को घसीटा गया, उसके कपड़े फाड़ डाले गए, उसकी घड़ी ऊपर गमले में मिली वो शक पैदा करती है. इतना ही नहीं उसने ये भी कहा कि वारदात के दौरान सीसीटीवी भी बंद था और विनय को सीढ़ियों के पास सिर में बिल्कुल करीब से पिस्टल सटाकर गोली मारी गई. जो साजिश की तरफ इशारा करता है.

 

लखनऊ पुलिस ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि ये कत्ल शराब के नशे में और जुए के रकम के चक्कर में हुआ था. पुलिस ने बताया कि विनय श्रीवास्तव के दोस्त रात को जुआ खेल रहे थे. इस खेल में विनय 12 हजार रुपये की बाजी हार गया. जिसके बाद विनय ने अपने दोस्त से जुए का खेल आगे जारी रखने को कहा, लेकिन दोस्तों ने इनकार कर दिया. जिसके बाद गुस्से में विनय खुद ही मंत्री पुत्र विकास की पिस्टल उठा कर लाया और दोस्तों के साथ पिस्टल को लेकर छीना-झपटी शुरू हो गई, जिसमें विनय को गोली लगी और उसकी मौत हो गई.