जाति आधारित रिपोर्ट पेश कर इंडिया के मॉडल बने नीतीश कुमार,इन राज्यों में भी उठ रही मांग

 

जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब नए अंदाज में आईएनडीआई के लिए मॉडल के रूप में स्थापित हो गए। यही नहीं जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद अन्य राज्यों के लिए भी यह रास्ता खुल गया कि वे चाहें तो अपने संसाधन से जाति आधारित गणना करा सकते हैं।

 

जाति आधारित गणना के नीतीश कुमार के कॉन्सेप्ट पर आईएनडीआईए में चर्चा पहले से भी होती रही है। पार्टी के शीर्ष नेताओं के सम्मेलन में राहुल गांधी ने जाति आधारित गणना की बात कही थी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जाति आधारित गणना कराए जाने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा।

मध्यप्रदेश की चुनावी सभाओं में भी इस पर चर्चा हो रही। समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव यह कह चुके हैं कि अगर वह सत्ता में आए तो जाति आधारित गणना कराएंगे। दक्षिण के राज्यों में बिहार के इस माडल पर चर्चा हो चुकी है। अब जब रिपोर्ट आ गयी है तो इस माडल पर बात और अधिक मुखर होगी।