आंखों में रोशनी ना होने के बावजूद भी अपने सपनों को सच करने में लगा है अगवानपुर का मोहम्मद शोएब

मुरादाबाद। नगर पंचायत अगवानपुर के 13 वर्षीय मोहम्मद शोएब आंखों में रोशनी ना होने के बावजूद भी अपने सपनों को सच करने में लगे हैं । मोहम्मद सोएब मार्शल आर्ट के मास्टर बनना चाहते हैं, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर है चाह कर भी वह अपने सपने को सच नहीं कर पा रहे । मोहम्मद शोएब कहते हैं कि जब वह 5 साल के थे तो मोटरसाइकिल से टक्कर हो जाने के चलते उनकी आंखों की रोशनी चली गई ,लगातार इलाज चल रहा है, लेकिन अभी फायदा नहीं है ,समय को बेहतर तरीके से सदुपयोग करने के लिए उन्होंने यूट्यूब का सहारा लिया और यूट्यूब से मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग मोबाइल के जरिए ले रहे हैं । आज अल्लाह ने उन्हें अपने गांव में सभी बच्चों का चहेता बना दिया ,और आगे मेहनत करते रहेंगे और वह चाहते हैं कि मुरादाबाद के साथ-साथ उनका नाम भी देश में अच्छे खिलाड़ी के रूप में लिया जाए । आंखें ना होने के बावजूद मोहम्मद शोएब टारगेट पर बेहतरीन तरीके से किक लगाते हैं । और मार्शल आर्ट को अपना शौक बनाने के बाद वह लगातार मेहनत कर रहे हैं । मोहम्मद शोएब का कहना है की मार्शल आर्ट ऐसा खेल है जिससे हम अपनी रक्षा तो करते ही हैं वही दुश्मन से खुद को और पीड़ित को भी बचा सकते हैं।