अपनी बुद्धि, शक्ति एवं सामर्थ्य को भगवान की प्राप्ति में लगायें: धीरशान्त
मुरादाबाद। संगम भवन, दीनदयाल नगर में आयोजित भजन संध्या एवं हरिनाम संकीर्तन में श्रद्धेय धीरशान्त दास अर्द्धमौनी ने बताया कि सर्वस्व न्यौछावर करते हुए भगवान की शरणागति करनी चाहिए।
मनुष्य मात्र में शक्ति है कि अगर वह निष्पक्ष होकर सरल हृदय से समझना चाहे तो बड़ी-बड़ी तात्विक बातों को भी समझ सकता है। इतनी समझ मनुष्य को भगवान ने दी है। परन्तु मनुष्य ने अपनी सब समझ रुपयों में लगा दी, और रूपयों में ही नहीं, रुपयों की संख्या बढ़ाने में लगा दी। इतना ही नहीं, अपनी समझ पापों में, चालाकियों में लगा दी कि किस तरह इन्कमटैक्स की चोरी करें, किस तरह सेल्सटैक्स की चोरी करें, आनेवालों को कैसे ठगें, आदि-आदि।
जितनी बुद्धिमानी थी, वह सब-की-सब पाप बटोरने में लगा दी। अंतःकरण महान अशुद्ध हो जाय, आगे नरकों में जायँ, चौरासी लाख योनियों में दु:ख भोगें–इसमें अपनी समझदारी लगा दी।
लोग कहते हैं-वाह-वाह यह लखपति बन गया, करोड़पति बन गया। बड़ा होशियार शरीर है। यह शरीर चलता जन्मता-मरता ही रहेगा, बस। अब इसको विश्राम नहीं मिलेगा, कल्याण नहीं होगा। पर इस बात को समझे कौन।
अपने द्वारा जो अच्छे काम होते हैं उनमें भगवान की कृपा समझनी चाहिये। खराब काम होते हैं उनमें अपने स्वभाव का दोष समझना चाहिये। मन जब भगवान श्रीकृष्ण में स्थिर हो जाता है, तब ऐसा विलक्षण, नित्य सुख मिलता है कि फिर वह कभी मिटता नहीं। वह आनन्द नित्य है, उसे प्राप्तकर जीव निहाल हो जाता है।
जिस प्रकार धन इकट्ठा करनेके लिये लोग तत्पर हो रहे हैं, उसी प्रकार वास्तविक धनको इकट्ठा करनेके लिये इससे विशेष तत्पर होना चाहिये।
जिस क्षण ‘ तेरा हूँ ‘कहकर भक्त भगवान को पुकारता है , उसी क्षण प्रभु उसे अपना लेते हैं। वे तो भक्तों के लिए भूखे से बैठे रहते हैं, लोगों के मुख की ओर ताकते रहते हैं कि अब कोई कहे कि ‘ मैं तुम्हारा हूँ ‘।
भगवान् सब कुछ कर सकते हैं। वे छोटे-से-छोटे जीव को ब्रह्मा बना सकते हैं, ऊँचे-से-ऊँचा पद दे सकते हैं और महान् से भी महान् पुरुष को अत्यन्त छोटा बना सकते हैं। इसलिये चाहे तुम कितने ही दीन-हीन क्यों न होओ, अपने उद्धार के विषय में किसी प्रकार की शंका न करो और संदेह रहित रहिए।
व्यवस्था में नीलम कौशिक, सुधांशु कौशिक, वर्षा कौशिक, प्रशान्त कौशिक, कूलभूषण सारस्वत, अनीता गुप्ता, ऊषा गुप्ता, सुधा गुप्ता, सरिता अग्रवाल, उमा अग्रवाल, रीता सिंघल, मनवा शर्मा, सुषमा सारस्वत, कुसुम उत्तरेजा, प्रभा बब्बर, पायल मग्गू, सोनाली सरोज,किरन सिंह, देवांश अग्रवाल, सपना चौधरी, वैशाली अरोड़ा, किरन प्रजापति आदि ने सहयोग दिया।