Moradabad: सीटैट परीक्षा में सेंधमारी के सरगना पुलिस पकड़ से दूर, पुलिस ने बिजनौर में डाला डेरा
मुरादाबाद: रविवार को शहर के 66 केन्द्रों पर सीटेट परीक्षा अय्प्जित की गयी थी। जिसमें एसटीएफ ने दो साल्वरों को गिरफ्तार किया था, जिन्हें जेल भेज दिया गया है। लेकिन अभी तक इनके सरगनाओं को पुलिस नहीं तलाश पायी है। जिसके लिए पुलिस की टीमों ने पडोसी जनपद बिजनौर में डेरा दाल दिया है।
सीएल गुप्ता स्कूल में पकड़ा गया था सॉल्वर
रविवार को परीक्षा के दौरान मझोला थाना क्षेत्र के आर्यंस इंटरनेशनल स्कूल में साल्वर राकेश कुमार यादव निवासी गांव सिघराही लधनिया जिला मधुबनी बिहार को गिरफ्तार किया गया था। वह अमरोहा के मोहनपुर सुमराली निवासी इरशाद अली की जगह परीक्षा दे रहा था। वहीं सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार में स्थित सीएल गुप्ता वर्ल्ड स्कूल से सॉल्वर पंकज कुमार निवासी गांव हमीरपुर फरमोर जिला पटना बिहार को पकड़ा गया था। पंकज कुमार बिजनौर के नजरपुर बैकना निवासी खिलेंद्र सिंह की जगह परीक्षा दे रहा था। मामले में मझोला और सिविल लाइंस थाने में अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया गया है।
ये था मामला
एएसपी अनिल कुमार यादव ने बताया कि पकड़े गए साल्वरों से अभी तक पूछताछ में पता चला है कि बिजनौर के विशाल नाम के युवक ने 20 हजार रुपये में परीक्षा देने के लिए बुलाया था। यही आरोपित युवक अभ्यर्थियों से सौदा करने के साथ ही साल्वरों को बुलाने का ठेका लेता था। आरोपित साल्वर राकेश कुमार यादव के परिवार में तीन भाई हैं। उससे दोनों बड़े भाई गुरुग्राम में नौकरी करते हैं। घर में माता-पिता के साथ राकेश रहता है। पुलिस को उसने बताया कि बीएससी ऑनर्स की पढ़ाई करने के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। कोचिंग के दौरान ही वह विशाल के संपर्क में आया था। इस दौरान उसने कहा था कि अगर किसी अभ्यर्थी को अच्छी रैंक दिलवाओगे तो 80 हजार रुपये मिल जाएंगे। आरोपित ने कहा कि पैसों की लालच में आकर वह परीक्षा में बैठने को तैयार हो गया था। वहीं सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में पकड़े गए साल्वर पंकज कुमार ने पुलिस को जानकारी दी कि वह पांच बहनों में इकलौता भाई है। बीएससी ऑनर्स करने के बाद वह पटना में कोचिंग कर रहा है। तभी बिजनौर निवासी हरेंद्र सिंह ने दस हजार रुपये में उससे साल्वर बनने के लिए सौदा किया था, जिसमें एडवांस के रूप में तीन हजार रुपये मिले थे। शेष रकम परीक्षा के बाद देने का वादा किया गया था।
सरगना पकड़ से दूर
फिलहाल पुलिस साल्वरों से बताई गयी जानकारी के साथ ही अपनी पड़ताल भी कर रही है। क्यूंकि बीती कई प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर पकडे गए हैं, जिससे वेस्ट यूपी में साल्वर गैंग के सक्रिय होने की बात पुख्ता हो रही है। लेकिन सरगना गिरफ्तार न होने से सवाल खड़े हो रहे हैं।