महाराष्ट्र में विधवा प्रथा का खात्मा! महिला को नहीं तोड़नी होंगी चूड़ियां, सिंदूर हटाने, सफेद साड़ी पहनने की मजबूरी भी नहीं

महाराष्ट्र सरकार ने एक सुधारात्मक कदम उठाते हुए विधवा महिलाओं के लिए चली आ रही कई रूढ़िवादी परंपराओं को समाप्त करने की पहल की है. इसमें पति की मृत्यु के बाद चूड़ी तोड़ने, सिंदूर पोंछने और मंगलसूत्र निकालने की प्रथा शामिल है. राज्य सरकार ने कोल्हापुर की हेरवाड ग्राम पंचायत को नजीर मानते हुए पूरे राज्य में विधवा प्रथा को खत्म करने का आदेश दिया है.

 

महाराष्ट्र में विधवा प्रथा का खात्मा! महिला को नहीं तोड़नी होंगी चूड़ियां, सिंदूर हटाने, सफेद साड़ी पहनने की मजबूरी भी नहीं।

 

यह सरकारी आदेश राज्य सरकार की ओर से सभी ग्राम पंचायतों को जारी किया गया है. इसे पालन करवाने का जिम्मा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को सौंपा गया है. फिलहाल नियम नहीं मानने पर सजा का कोई प्रावधान नहीं रखा गया है. CEO को ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहित करने और व्यापक जनजागृति फैलाने के लिए कहा गया है. CEO इस काम के लिए जिला परिषद के सभी अधीनस्थ ग्राम पंचायत अधिकारी और कर्मचारियों की मदद ले सकेंगे और उनकी सहमति से इस पर ग्राम पंचायत स्तर पर नियम बना सकेंगे.