ख्वाजा अजमेरी : गरीब नवाज की दरगाह पर सवाल उठाने से भड़की सूफी खानकाह एसोसिएशन

कानपुर/नई दिल्ली। देश में लगातार धर्म स्थलों को अपना बताने की मुहिम के क्रम में राजस्थान स्थित हजरत ख्वाजा साहब की दरगाह को अपने धर्म स्थल का अवशेष बताने की सूफी खानकाह एसोसिएशन द्वारा निंदा की गई है। एसोसिएशन अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन ने इसे देश की एकता व अखंडता को खंडित करने की साजिश बताया है।

सरकार कड़ी कार्रवाई करे ऐसे संगठनों पर

कानपुर नगर स्थित खानकाह फैजिया मजीदिया में जुमे की नमाज के दौरान सूफी खानकाह एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से देश के कई भागों में धर्मस्थल को अपना बताकर प्रार्थनापत्र देने का सिलिसला गहरी साजिश है। फर्जी तथ्यों के आधार पर धर्मस्थलों को अपना बताने के प्रशासन और शासन में प्रार्थना पत्र देने की बाढ़ आ गई। अजमेर शरीफ की मुकद्दस दरगाह को अपना धर्मस्थल बताने से साबित होता है कि देश में सुनियोजित षड्यंत्र देश की एकता और अखंडता को खंडित करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दरगाह अजमेर शरीफ का वर्तमान स्वरूप ख्वाजा साहब के पर्दा फरमाने के कई सौ साल बाद अस्तित्व में आया है। ऐसे में दरगाह को किसी अन्य धर्म के साथ जोड़ना कपोल कल्पित, हास्यास्पद और मनगढ़ंत होने के साथ साथ साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला कृत्य है। लिहाजा सरकार इस विषय पर गंभीरता से कदम उठाये और देश का माहौल खराब करने वाले ऐसे कुत्सित प्रयासों जो सिर्फ सस्ती छपास और टीआरपी गेन करने के लिए किए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करके अविलंब रोक लगाए।