भूपेंद्र चौधरी फिर बने एमएलसी

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार में लगातार दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बने चौधरी भूपेंद्र सिंह का जन्म वर्ष 1966 में मुरादाबाद के छजलैट ब्लॉक स्थित ग्राम मेहंद्री सिकंदरपुर के एक किसान परिवार में हुआ था। चौधरी भूपेंद्र सिंह के पिता करन सिंह एवं माता शंकुतला देवी ने भूपेंद्र सिंह की प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में कराई। इसके बाद मुरादाबाद के आरएन इंटर कालेज से इन्होंने वर्ष 1982 में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। भूपेंद्र सिंह की वर्ष 1987 में शादी हुई। भूपेंद्र सिंह ने 1991 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और दो साल बाद ही 1993 में भाजपा के जिला कार्यकारिणी के सदस्य बने। इसके बाद भूपेंद्र सिंह भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, विभाग संयोजक, भाजपा पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय मंत्री व क्षेत्रीय अध्यक्ष से पदों पर काबिज रहे। भूपेंद्र चौधरी वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव में उनको भाजपा के टिकट पर संभल से चुनाव लड़ाया गया था। इस चुनाव में वह मुलायम सिंह यादव से हार गए थे। वर्ष 2016 में एमएलसी बनने के बाद वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उन्हें पंचायतीराज राज्यमंत्री का दायित्व सौंपा। पंचायती राज विभाग में उनके बेहतर एवं श्रेष्ठ कार्य को देखते हुए उन्हें वर्ष 2019 में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। एक बार फिर योगी सरकार में भूपेंद्र चौधरी को एमएलसी बनाया है।