वेतन में देरी पर सफाईकर्मियों की चेतावनी, अधिकारियों के घर के बाहर डालेंगे सारा कूड़ा

संभल/ चंदौसी। नगर पालिका की स्थिति बहुत दयनीय, सफाई कर्मी परेशान वेतन न मिलने पर बहिष्कार. ठेका सफाई कर्मचारियों ने किया जोरदार प्रदर्शन. नगर पालिका और अधिकारियों के फूले हाथ-पांव देर तक मनाते रहे कर्मचारियों को.संविदा व ठेका सफाई कर्मचारी बुधवार की सुबह कार्य बहिष्कार कर सड़क पर उतर गए और फव्वारा चौक पर चौतरफा यातायात बंद कर चक्का जाम कर दिया। सड़क पर बैठ कर पालिका के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।

इतना ही नहीं पालिका के ईओ के आवास के बाहर कूड़ा फेंकर कर विरोध जताया। एसडीएम व सीओ ने कोतवाली पुलिस के साथ पालिका के स्वास्थ्य विभाग में त्रिपक्षीय वार्ता की। तब कहीं आश्वासन के बाद जाम खुल सका। इस दौरान छह घंटे तक फव्वारा चौक से लोग अपने वाहन से निकल नहीं सके।

नगर पालिका परिषद चन्दौसी में 108 संविदा सफाई कर्मचारी और 150 ठेका सफाई कर्मचारी हैं। ठेका सफाई कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। जिससे उन्हें परिवार की जीविका चलाने के लिए आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। कई बार प्रदर्शन व ज्ञापन दिए गए, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिला, भुगतान नहीं हुआ। जिससे बुधवार को ठेका सफाई कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। रोजाना की तरह भोर के पांच बजे संविदा व ठेका सफाई कर्मचारी जलनिगम स्थित वाहन स्टैंड पर पहुंचे, लेकिन सफाई कार्य पर नहीं गए। कार्य बहिष्कार कर सफाई कर्मचारी इकट्ठा होकर फव्वारा चौक पहुंचे। जहां लंबी-लंबी सीढ़ियां और कूड़ा उठाने के हत्थू वाहन लगा कर चौतरहफा रोड जाम कर दिया। इतना ही नहीं सड़क पर बैठ कर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पालिकाध्यक्ष इंदु रानी और पालिका के अधिशासी अधिकारी राजकुमार को फोन कर मौके पर आने के लिए कहा। काफी इंतजार के बाद पालिकाध्यक्ष व ईओ धनरास्थल नहीं पहुंचे तो सफाई कर्मचारी कूड़ा करकट लेकर ईओ आवास पर पहुंच गए और ईओ आवास के बाहर कूड़ा फेंक कर विरोध जताया। करीब साढ़े 11 बजे प्रभारी निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एसडीएम राजपाल सिंह व सीओ आलोक सिद्धू भी पहुंच गए। एसडीएम ने स्वास्थ्य विभाग में पालिकाध्यक्ष, ईओ व सफाई कर्मचारियों के साथ वार्ता की। ईओ द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद करीब 12 बजे आंदोलन समाप्त हुआ और जाम खुल सका। इस दौरान संगठन के नगराध्यक्ष रवि शंकर, विजय कुमार, राकेश चौधरी, हंसराज, अजय कुमार, राजकुमार, ब्रजराज, राजू, राजेश कुमार, सोनू, विजेंद्र कुमार, सुधीर कुमार, सुरेश, अमर बाबू, संजय, सचिन समेत तमाम महिला व पुरुष ठेका व संविदा सफाई कर्मचारी थे।