बच्चों को शिक्षा सुनिश्चित करना नागरिकों का संवैधानिक कर्तव्य-श्यामलाल
सुलतानपुर। विकास खण्ड भदैयां के ग्राम सभा बभनगवां में मोस्ट कल्याण संस्थान उ.प्र. के तत्वाधान में व मोस्ट जिला सह संयोजक अमृतलाल निषाद के नेतृत्व में शिक्षा जागरूकता का कार्यक्रम किया गया और उक्त अवसर पर निःशुल्क मोस्ट पाठशाला को पुनः संचालित किया।
उक्त कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों की प्रतियोगिता कराई गई और मेरिट के आधार पर पुरस्कार वितरित किया गया।
इस अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि भारत के संविधान का अनु. 21 (क) बच्चों की प्राथमिक शिक्षा का मूल अधिकार प्रदान करते हुए हम सभी को अपने बच्चों की अनिवार्य शिक्षा सुनिश्चित कराने का निर्देश देता है, शिक्षा के महत्व व संवैधानिक व्यवस्था से अनभिज्ञ लोगों को जागरूक करने के लिए मोस्ट कल्याण संस्थान द्वारा गाँव-गाँव शिक्षा जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है और बच्चों की बुनियादी शिक्षा की मजबूती के लिए पिछड़ें क्षेत्रों में पठन-पाठन के लिए अभिप्रेरित किया जा रहा है।
मोस्ट उप निदेशक राजकुमार गौतम ‘बौद्धाचार्य’ ने कहा कि जब तक पिछड़ा समाज इस बात को समझ नही जाता कि शिक्षा से ही मोस्ट समाज का कल्याण हो सकता है तब तक अनवरत शिक्षा जागरूकता के लिए संघर्ष करना होगा।
मोस्ट आईटी मैनेजर गुरू प्रसाद ने कहा कि समाज को शिक्षा के प्रति प्रेरित करना और शिक्षा कार्यकर्मों में सहयोग करना सबसे बड़ा समाजिक कार्य है।
इस मौके पर निषाद विकास संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल कुमार निषाद, मोस्ट जिला संयोजक जीशान अहमद, जयप्रकाश निषाद, संजय निषाद, जोखई निषाद, विनोद निषाद, आशीष निषाद, रामलाल निषाद, बेलामोहन के प्रधान प्रतिनिधि राहुल गौतम, घनश्याम निषाद, महेंद्र निषाद, अनुभव निषाद, अच्छेलाल निषाद, विनोद गौतम, मोतीराम निषाद, महेंद्र निषाद, रामबहादुर निषाद, रामनाथ निषाद, लक्ष्मण निषाद, ब्रह्मादीन निषाद, राकेश निषाद, राम उजागिर निषाद, अमरजीत निषाद, मथुरा प्रसाद निषाद, श्यामू निषाद, सुनील निषाद, अशोक कुमार गौतम, अनिल निषाद, मुन्ना लाल, राजकुमार निषाद, केश कुमारी निषाद, सुमेरा निषाद, अमरावती निषाद, सुनीता निषाद सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।