हिरासत में लेने के आदेश पर इंस्पेक्टर अदालत से हो गए फरार
यूपी। बाराबंकी के दरियाबाद थाने के थानाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद शुक्ला को जज ने हिररासत में लेने का हुक्म दिया तो उसके होश उड़ गए और वो मौका देख कोर्ट से फरार हो गया।
स्पेशल जज पवन कुमार शर्मा ने मामले का संज्ञान लेते हुए कोर्ट मोहर्रिर को एसओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।
थानाध्यक्ष की पैरवी करने पहुंचे क्षेत्राधिकारी नगर को भी कोर्ट की फटकार का सामना करना पड़ा, न्यायाधीश ने कहा कि आप चाहें तो न्यायालय परिसर में ताला लगवा दीजिए।
पुलिस ने दरियााबाद थानाध्यक्ष को हिरासत में लिया
दरियाबाद थानाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद शुक्ला को मंगलवार को कोर्ट से फरार होना महंगा पड़ा है। स्पेशल जज पवन कुमार शर्मा ने कोर्ट मोहर्रिर को उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है। वहीं कोतवाली पुलिस ने दरोगा शुक्ला को हिरासत में ले लिया है। स्पेशल जज ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था।
लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से जुड़े छेड़छाड़ व गैर इरादतन हत्या के मामले में दरोगा दुर्गा प्रसाद शुक्ल विवेचक थे। मुख्य बयान छह जून 2022 को कोर्ट में दर्ज किया गया था, कोर्ट ने जिरह के लिए दरोगा को तलब किया था। दो जुलाई, 16 अगस्त व 25 अगस्त को विवेचक गवाही देने के लिए कोर्ट नहीं आए। फिर कोर्ट ने विवेचक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था। मंगलवार को मामले में पेशी नियत थी।
दरोगा फोन पर 6 घंटे तक कोर्ट पहुंचने की जानकारी देते रहे थे। शाम करीब 4:30 बजे कोर्ट पहुंचे, गैर जमानती वारंट निरस्त करने के लिए अर्जी दी। स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट पवन कुमार शर्मा ने दरोगा की वारंट निरस्त करने के लिए दी गई अर्जी खारिज कर उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में लेने का आदेश दिया। कोर्ट ने दरोगा को न्यायिक अभिरक्षा में रखते हुए बुधवार को सुबह 10.30 बजे अदालत में पेश करने का आदेश दिया था।