वक्फ की सम्पत्ति पर भू-माफिया ने दर्ज कराया अपना नाम, एफआईआर की मांग

बरेली। एक ओर जहां उत्तर प्रदेश सरकार वक्फ सम्पत्ति पर विशेष ध्यान दे रही है। वहीं भू-माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। भू माफियाओं ने वक्फ की सम्पत्ति पर अपना नाम नगर निगम के रिकॉर्ड में दर्ज करवा दिया। बता दें सिविल लाईन पॉश कालोनी में वक्फ की बड़ी सम्पत्ति है। जिसके मुतवल्ली बरकत नवी खां हैं । उन्होंने अलीगढ़ के रहने वाले यूसुफ जमाल पुत्र जमाल अख्तर और उनका साथ देने वाले नासिर सईद लखनऊ निवासी और बरेली निवासी बी.एस. बागला के विरूद्ध वक्फ सम्पत्ति हड़पने की नियत से यूसुफ जमाल का नाम दर्ज करा लिया।

बरकत नबी खां का कहना है कि उक्त सम्पत्ति पीड़ित के दादा दादी अहमद नबी खां और सरवरी बेगम ने 1942 में वक्फ करवा कर इसका फायदा अपनी औलाद को देने के संबंध में कराया था। जो नगर निगम के रिकॉर्ड में 1944 से वक्फ में दर्ज है। 1944 से 1986 तक के रिकॉर्ड में उनके पिता रहमत नबी खां का नाम चला आ रहा है। रहमत नबी खां की मृत्यु के बाद मुत्तावली के भाई मुसर्रत नबी खां का नाम नगर निगम में दर्ज चला आ रहा है। पिता और भाई का नाम नगर निगम के रिकॉर्ड में दर्ज होने के बावजूद उसको हटाकर यूसुफ जमाल पुत्र जमाल अख्तर का नाम दर्ज करवा दिया। इस संबंध में बरकत नवी खां ने नगर आयुक्त बरेली और जिला अधिकारी, बरेली को अवगत करवाया जिस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। बरकत नवी खां ने आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर युसुफ जमाल, नासिर सईद, बीएस बागला के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने के लिए एसएसपी से शिकायत की है।