₹431 से टूटकर ₹16 पर आया यह एनर्जी शेयर, अब 5 साल के हाई पर पहुंचा भाव

 

 

खरीदने की लूट, 10% चढ़ा सुजलॉन एनर्जी (Suzlon) के शेयर पांच साल के हाई 16.86 रुपये पर पहुंच गए। शेयरों में हेवी वाॅल्यूम के बीच सोमवार के इंट्रा-डे कारोबार में बीएसई पर यह शेयर 10% उछल गया।पिछले पांच दिन में इसमें लगभग 20% की तेजी आई है। इधर, ब्रोकरेज भी इस शेयर को लेकर बुलिश हैं और इसे खरीदने की सलाह दे रहे हैं। ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज द्वारा सुजलॉन पर ‘बाय’ रेटिंग दी गई है और इसका टारगेट प्राइस 22 रुपये प्रति शेयर रखा गया है।

 

कंपनी के शेयर

आज काउंटर पर औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग दो गुना बढ़ गया। सुबह 10:27 बजे तक एनएसई और बीएसई पर संयुक्त रूप से 430.91 मिलियन इक्विटी शेयरों में बदलाव हुआ। पिछले सात हफ्तों में, देश के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन प्रोवाइडर का स्टॉक 15 मई, 2023 को 8.24 रुपये के स्तर से 105 प्रतिशत बढ़ गया है। अब यह जनवरी 2018 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है। स्टॉक 26 मार्च, 2020 को 1.51 रुपये को रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था। 9 जनवरी, 2008 को यह 431 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

 

कंपनी के बारे में

सुजलॉन ग्रुप दुनिया के प्रमुख रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स में से एक है। इसकी 17 देशों में 20 गीगावॉट पवन ऊर्जा क्षमता स्थापित है। 13.9 गीगावॉट पवन ऊर्जा परिसंपत्तियों के सबसे बड़े सर्विस पोर्टफोलियो के साथ सुजलॉन भारत की नंबर 1 पवन सर्विस कंपनी है। समूह की भारत के बाहर 5.9 गीगावॉट स्थापित क्षमता है। पिछले महीने, सुजलॉन ने घोषणा की थी कि उसने छह महाद्वीपों तक फैले 17 देशों में स्थापित 12,467 पवन टर्बाइनों के माध्यम से 20 गीगावॉट पवन ऊर्जा स्थापना के मील के पत्थर को पार कर लिया है, जिससे वैश्विक पवन ऊर्जा परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण प्लेयर के रूप में सुजलॉन की स्थिति मजबूत हो गई है। विश्लेषकों का मानना ​​है कि सुजलॉन इंडस्ट्रीज की प्रतिकूल परिस्थितियों से लाभ उठाने के लिए तैयार है और उसे वित्त वर्ष 2024 के बाद आय में तेज बढ़ोतरी की उम्मीद है।