अमेठी में हुए दवा व्यापारियों एवं जिला औषधि निरीक्षक के बीच चल रहे विवाद के संबंध में चर्चा


बिजनौर। जिला केमिस्ट एंड ड्रजिस्ट एसोसिएशन जनपद बिजनौर की जिला कार्यकारिणी की एक आपातकालीन बैठक किरतपुर रोड स्थित कृष्णा वेंकट हाल में संपन्न हुई। बैठक में जनपद अमेठी में हुए दवा व्यापारियों एवं जिला औषधि निरीक्षक के बीच चल रहे विवाद के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।

 

वक्ताओं ने जांच के नाम पर जिला औषधि निरीक्षक एवं उनकी टीम को गलत ठहराया। तथा कहा कि यदि संबंधित दवा विक्रेता से कोई आपत्ति थी अथवा संबंधित दवा विक्रेता से कोई गलती थी तो जिला औषधि निरीक्षक को उन्हें बुलाकर चेतावनी देनी चाहिए थी और उन्हें सुधार करने का समय देना चाहिए था। अचानक से दवा व्यापारी के प्रतिष्ठान पर जाकर उनका मानसिक और आर्थिक शोषण करना और दवा व्यापारियों का उत्पीड़न करना सरासर गलत है। वक्ताओं ने साफ कहा कि उत्तर प्रदेश की समस्त जिला इकाइयां दवा व्यापारियों के ऊपर हो रहे घोर अत्याचारों का डटकर मुकाबला करेगी।

 

वक्ताओं ने कहा कि ड्रग एक्ट के सारे नियम, कायदे, कानून केवल दवा विक्रेताओं पर ही लागू होते हैं जबकि दवा व्यापारियों से अधिक दवाइयों की खरीद फरोख्त अन्य स्थानों पर चोरी-छिपे चल रही है। लेकिन उनकी जांच कोई भी अधिकारी नहीं करता है और दवा व्यापारियों को अनावश्यक रूप से परेशान करते हुए उनको मानसिक एवं आर्थिक प्रताड़ना दी जाती है। जिसकी जिला केमिस्ट एंड ड्रगीस्ट एसोसिएशन जनपद बिजनौर इकाई घोर निंदा करती है तथा उत्तर प्रदेश के सभी जिला औषधि निरीक्षकों से आग्रह करती है कि यदि उन्हे किसी दवा व्यापारियों से कोई परेशानी है तो संगठन के माध्यम से अथवा सीधे संबंधित दवा व्यापारी को व्यक्तिगत बुलाकर उसे चेतावनी देनी चाहिए और उसको सुधार करने का समय देना चाहिए।

 

जिला अध्यक्ष सुबोध कुमार की अध्यक्षता एवं जिला महासचिव अश्वनी शर्मा के संचालन में हुई आपातकालीन बैठक में सर्व श्री इंदर सिंह चौहान, डीके गुप्ता, सलिल विद्यार्थी, चौधरी वीरपाल सिंह, पुखराज सिंह मलिक, राजकुमार गोयल, उस्मानी जी, केके अग्रवाल, सहित सैकड़ों केमिस्ट ने भाग लिया।