नकली शादी कराने वाले गिरोह ने शादी का झांसा दे एक युवक से ऐंठे पैसे

मध्य प्रदेश। जबलपुर के लार्डगंज में के रहने बाले जयप्रकाश तिवारी ने जबलपुर के थाने में जाकर एक नकली शादी कराने वाले गिरोह के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। यह गिरोह कंवारे लोगों की शादी करवाता है फिर उनसे पैसे ऐंठता है। जयप्रकाश ने FIR दर्ज करते हुए बताया कि उसकी शादी नहीं हो रही है जिसके चलते उसने अपने रिश्तेदारों से शादी के लिए लड़की ढूंढने की बात कही थी. उसके बाद उसके रिश्तेदार ने उसे एक रजनी तिवारी नाम की युवती का नम्बर दिया युवती से बात करने के बाद युवती ने उसे व्हाट्सएप पर एक अंजली तिवारी नाम की लड़की की फोटो भेजी. इसी के साथ जयप्रकाश को लड़की पसंद आ गई जिसके बाद लड़की देखने के वहाने जयप्रकाश को जबलपुर बुलाया। इसी के साथ जब जबलपुर पंहुचा तो रजनी तिवारी ने अंजली तिवारी और उसके भाई विकास तिवारी से भी मिलवाया इसके बाद सभी लोग ऑटो में बैठकर कोर्ट पहुंचे जहां पर एक वकील उनका पहले से ही इंतजार कर रहा था. उसके बाद रजनी ने जयप्रकाश से उसका आधार कार्ड और 8000 रुपय दिलावाए। जिसके बाद वकील ने जयप्रकाश और अंजली के एक रजिस्टर पर साइन करवाए और कहा कि शादी हो गई है इसके बाद सभी लोग वापस गोलबाजार आ गए जहां पर रजनी ने लड़के के परिवार वालों से लड़की के लिए जेवर और कपड़े खरीदने की बात कहकर 1 लाख 10 हजार रुपये लिए. इसी बीच बाइक पर चार लोग वहां पर पहुंचे जिन्होंने खुद को पुलिस वाला बताया और धमकी दी कि तुम लोग लड़की को भगाकर ले जा रहे हो, खुद को बचाने के लिए उन्होंने नकली पुलिस वालों को 8500 रुपये दे दिए।पुलिस से निपटने के बाद मौका मिलते ही रजनी, अंजली और विकास वहां से फरार हो गए। जिसके वाद जयप्रकाश तिवारी और उसके परिजन घर लौटने की तैयारी करने लगे।इसके बाद उन्होंने लार्डगंज थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई. जांच के दौरान पुलिस को फर्जी पुलिसकर्मी बनकर पहुंचे युवक की बाइक का नंबर मिला, पुलिस ने बाइक के नंबर से गढ़ाफाटक निवासी आशीष तिवारी को गिरफ्तार किया.  इस मामले में पुलिस एक महिला समेत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह को चलाने वाले युवक और युवती फरार बताए जा रहे हैं. जो अपने आप को भाई बहन कहते हैं पर वो पति पत्नी बताए जा हैं. पुसिल अब इनकी तलाश में लगी है।