राम जन्म स्थान सीता रसोई मंदिर पर होगा राज्य सरकार का स्वामित्व:अपर जिला जज

राम जन्म स्थान सीता रसोई मंदिर व इससे जुड़ी संपत्ति पर राज्य सरकार का स्वामित्व होगा। यह आदेश अपर जिला जज प्रथम ने दिया है। मंदिर की प्राचीन मूर्तियों को ध्वस्त करने के दौरान ही रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने संरक्षण में ले लिया था।

 

रामजन्मभूमि मंदिर के निर्माण के क्रम में मंदिर का अस्तित्व तो समाप्त हो चुका है। लेकिन लखनऊ समेत कई जिलों में मौजूद मंदिर की सैकड़ों एकड़ जमीन अब सरकार की हो जाएगी

 

वाद के पक्षकार धनराज यादव के अधिवक्ता श्रवण कुमार मिश्र ने बताया कि न्यायालय के निर्णय के बाद संपत्ति का संपूर्ण प्रबंध सरकार के अधीन माना जाएगा। उत्तराधिकार व स्वामित्व के विवाद को लेकर अयोध्या के मंदिर व भूमि के अधिग्रहण के अंतर्गत करीब एक करोड़ रुपये जमा हैं।

 

यह धनराशि भी राज्य सरकार के पास ही रहेगी। मंदिर के बड़े भू-भाग को मुकदमे के दौरान ही प्रापर्टी डीलरों ने खरीद कर बेच भी दिया है जिसमें लखनऊ में बीबीडी से सटी करीब 200 बीघा जमीन भी बतायी गई है। यह जमीन खरीदने या भवन निर्माण कराने वालों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

 

अयोध्या के विकास में अधिग्रहीत मंदिर की जमीन का मुआवजा भी अब फंस गया है। सीता रसोई मंदिर की जमीन अयोध्या, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बाराबंकी, लखनऊ व अन्य जिलों में है।