राजस्थान के मुख्यमंत्री होंगे बालक नाथ

 

अभी-अभी दिल्ली दिल्ली के राजनीतिक गलियारों से खबर आ रही है कि भाजपा हाई कमान राजस्थान के लिए मुख्यमंत्री का नाम फाइनल कर दिया है और यह नाम बाबा बालक नाथ का है। मालूम हो की राजनीतिक कल्यानो में अभी तक गया चर्चाएं थी कि भाजपा राजस्थान का मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को बनाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है और भाजपा हाई कमान ने बालक नाथ के नाम पर मोहर लगा दिया है इसकी घोषणा कुछ ही देर में की जा सकती है इससे पहले भाजपा राजस्थान से चुने गए विधायकों की राय जानने की कोशिश में जुटी हुई है।

 

राजस्थान में मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी के लिए भाजपा हाई कमान ने मंथन तेज कर दिया है । गंभीरता से विचार किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद की कमान अनुभवी वसुंधरा राजे सिंधिया को दी जाए या फिर दिया कुमारी , बालक नाथ या ओम बिरला को दी जाए।

वसुंधरा राजे सिंधिया इससे पूर्व पहले भी मुख्यमंत्री रह चुकी है तथा अनेक बार सांसद एवं विधायक रह चुकी हैं। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में 100% सीटें हासिल करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए उचित फैसला लेने पर भाजपा हाईकमान हर पहलू को जांच रहा है । वसुंधरा राजे को पूरे राजस्थान की बारिकियों का ज्ञान है तथा वह भाजपा की पुरानी नेत्री हैं । मगर पीएम मोदी की फर्स्ट चॉइस नहीं बताई जाती है।

राजसमंद जयपुर से सांसद रह चुकी दिया कुमारी मुख्यमंत्री पद की दूसरी सबसे बड़ी दावेदार हैं । उन्हें भाजपा हाई कमान ने कहकर विधानसभा चुनाव लड़वाया है । अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का कार्यभार दिया जाता है अथवा संगठन का कार्य करने को कहा जाता है । दिया कुमारी मुख्यमंत्री पद की सशक्त दावेदार इसलिए भी मानी जाती है क्योंकि अमित शाह और पीएम मोदी की गुड बुक्स में उनका नाम आता है । दिया कुमार कहती है कि वह किसी पद की दावेदार नहीं है, लेकिन अगर पार्टी ने उन्हें पद सौंपा तो वह बखूबी निभाने को तैयार है।

मुख्यमंत्री पद के लिए तीसरे दावेदार तिजारा से नवनिर्वाचित विधायक एवं अलवर के पूर्व सांसद बाबा बालक नाथ है जिनमें भाजपाई उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की छवि देख रहे हैं । बाबा बालक नाथ कट्टर हिंदूवादी और कड़े फैसले लेने की छवि रखते हैं जो भाजपाइयों को बहुत पसंद है । उनके समर्थकों का कहना है कि बाबा बालक नाथ अविवाहित हैं और समस्त टाइम और रिस्क लेकर भाजपा को राजस्थान में आगे बढ़ाने का दम दिखा सकते हैं।

चौथे दावेदार के तौर पर कोटा से सांसद एवं वर्तमान में लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला के नाम की चर्चा जोरों पर है । उन्हें पार्टी के प्रति वफादारी और सर्वमान्य नेता होने का इनाम राजस्थान के भावी मुख्यमंत्री के तौर पर मिल सकता है।

उपरोक्त चर्चित नामों में से चयन चाहे जिसका हो या अन्य किसी नए चेहरे को लें , मगर फैसला बहुत जल्द सामने आ जाएगा । प्रचंड बहुमत मिलने के कारण भाजपाइयों में बहुत उत्साह है और नए मुख्यमंत्री का फैसला दिल्ली से जो भी आएगा उसे ताज पहना दिया जाएगा।

यह भी विचार किया जा रहा है कि राजस्थान का नया मुख्यमंत्री किसी ओबीसी को बना दिया जाए , तो इससे कांग्रेस का जातिगत जनगणना करने का मुद्दा बेअसर होते देर नहीं लगेगी । बहरहाल भाजपा का फैसला जो भी हो , मगर जनता नये मुख्यमंत्री का स्वागत करने को बेताब है और राजस्थान प्रगति के पद पर आगे बढ़ाने का इंतजार कर रहा है ।