हनुमान जन्मोत्सव पर बजरंगबली को ऐसे करें प्रसन्न

 

बजरंगबली की महिमा अपरंपार है. मान्यता है कि श्री राम के जन्म के ठीक 6 दिन बाद रुद्रावतार पवनपुत्र हनुमान का जन्मोत्सव चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है.

हनुमान जन्मोत्सव के दिन व्रत रखने वाले भक्तों को पूर्व रात्रि ब्रह्मचर्य का पालन करें। जमीन पर ही सोना उत्तम माना गया है। हनुमान जन्मोत्सव के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में जागना चाहिए। इस दिन प्रभु श्रीराम, माता सीता एवं श्री हनुमान का स्मरण करें। स्नान के बाद बजरंग बली की प्रतिमा की प्रतिष्ठा कर विधिपूर्वक पूजा कर आरती उतारें।

हनुमान जन्मोत्सव पर बजरंगबली को ऐसे करें प्रसन्न-

 

शास्त्रों के अनुसार, हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करने से अंजनी पुत्र प्रसन्न होते हैं। हनुमान जी को प्रसाद के रुप में गुड़, भीगे या भुने हुए चने, बेसन के लड्डू रख सकते हैं। पूजा सामग्री के लिए गेंदा, गुलाब, कनेर, सूरजमुखी आदि के लाल या पीले फूलर्, सिंदूर, केसरयुक्त चंदन, धूप-अगरबती, शुद्ध घी का दीप आदि ले सकते हैं।

 

श्री राम स्तुति

हनुमान चालीसा, सुंदर कांड का पाठ करें

 

हनुमान जन्मोत्सव पर राशिनुसार लगाएं भोग-

 

मेष- बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।

वृष- तुलसी दल अर्पित करे ।

मिथुन- तुलसी दल अर्पित करें।

कर्क- हनुमानजी के मंदिर में पूजा करें।

सिंह- बूँदी का भोग लगाएं।

कन्या- बाबा की प्रतिमा पर चांदी का अर्क लगाएं।

तुला- मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाएं।

वृश्चिक- तुलसी दल का भोग लगाएं।

धनु- मोतीचूर के लड्डू के साथ तुलसी दल चढ़ाए।

मकर- मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाएं।

कुंभ- सिंदूर का लेप लगाना चाहिए।

मीन- लौंग चढ़ाने से बाबा प्रसन्न होंगे।