धर्म की रक्षा के लिए तत्पर रहें: विहिप
संभल। ‘विश्व हिंदू परिषद्’ के अंतर्गत धर्म प्रसार इकाई की एक बैठक चंदौसी के कृष्णा नगर में रामेश्वर प्रसाद शर्मा के आवास पर आयोजित की गई जिसमें सांगठनिक रचना की दृष्टि से नए दायित्व की घोषणा की गई और वक्ताओं ने अधिक से अधिक धर्म प्रसार के लिए कार्य करने की बात पर बल दिया। जिला संरक्षक हरिद्वारी लाल मिश्रा ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम हिंदू धर्म की रक्षा के लिए तत्पर रहें क्योंकि वर्तमान में हिंदुओं पर कई प्रकार के अत्याचार प्रारंभ हो गए हैं । जिला समरसता प्रमुख अश्वनी शर्मा ने कहा कि हिंदुओं को जाति के नाम पर बाँटकर उनकी संस्कृति को कमजोर किया जा रहा है जो खेद जनक है । धर्म प्रसार के विभाग प्रमुख गौरव कश्यप ने कहा कि धर्म की रक्षा करने से स्वयं की भी रक्षा होती है , हिंदू धर्म सनातन है अन्य सभी संप्रदाय या पंथ हैं । सत्संग प्रमुख राजीव कुमार भृगु ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद् का जन्म सत्संग करने से होता है अतः साप्ताहिक , पाक्षिक या मासिक जो संभव हो सत्संग अवश्य होना चाहिए । प्रांत सह प्रमुख धर्म प्रसार विजय सिंह ने कहा कि धर्म प्रसार की कड़ी में हमारे मठ मंदिर और उनमें सेवादार पुजारियों की विशेष भूमिका होती है , अतः उनकी सर्वप्रथम सूची बनाना चाहिए । प्रांत सह सत्संग प्रमुख सुधीर त्यागी ने कहा कि सत्संग से हम धर्म प्रेमी और धर्म रक्षक लोगों का आसानी से चयन कर सकते हैं और समाज में अपनी धार्मिक अलख जगा सकते हैं ।
नए दायित्वों की घोषणाओं में चार परियोजना प्रमुख क्रमशः गिरीश चंद्र पाराशरी , राजू अनजान , राहुल सिंह ; जिला प्रमुख प्रशासनिक में रमाकांत नामा , जिला प्रमुख निधि में राम कुमार शर्मा , के.के. रस्तोगी , जिला प्रमुख परावर्तन नंदकिशोर जी , सह प्रमुख संजीव कुमार ; प्रखंड में धर्म प्रसार प्रमुख डॉ सतीश चंद्र शर्मा , सह प्रमुख गिर्राज किशोर वार्ष्णेय , प्रखंड प्रमुख परावर्तन सत्य प्रकाश जी , प्रखंड सह प्रमुख परावर्तन सुशांत बाबू को चुना गया । दायित्वों की घोषणा जिला प्रमुख धर्म प्रसार रामेश्वर शर्मा की संस्तुति पर श्री विजय सिंह ने की ।
बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अमित वार्ष्णेय ने की तथा संचालन जिला कार्याध्यक्ष हरीश कठेरिया एडवोकेट ने किया ।
इस अवसर पर नगर मंत्री सचिन शर्मा एडवोकेट , सुनील कुमार सिंह एडवोकेट , सत्यप्रकाश शर्मा , अम्बरीष श्रोत्रिय , कैलाश चन्द्र चटवाल , राजीव कुमार राजू , सुधांशु वार्ष्णेय आदि उपस्थित रहे । बैठक का संयोजन रामेश्वर प्रसाद शर्मा ने किया ।