पंचायत चुनाव में सेंधमारी, साइबर कैफे में 300 रुपए में बेचीं जा रही थी वोटर लिस्ट

मुरादाबाद: पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद जनपद में अवैध रूप वोटर लिस्ट से वोटर लिस्ट 300-300 रुपये में बेचने का मामला सामने आया है। पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट का अभी ज़िला प्रशासन ने प्रकाशन भी नही किया है। उससे पहले ही मुरादाबाद में वोटर लिस्ट बाहर आने के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।

किसान ने की थी शिकायत

एक किसान की शिकायत के बाद कुंदरकी थाना क्षेत्र में एसडीएम बिलारी ने छापा मारकर एक फ़ोटो स्टेट की दुकान से पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट की पीडीएफ बरामद की है। दुकानदार सुमित इस वोटर लिस्ट को 300-300 रुपये प्रति सेट के हिसाब से ग्राहकों को बेच रहा था। एसडीएम बिलारी प्रबुद्ध सिंह ने बताया कि अभी वोटर लिस्ट प्रकाशित ही नहीं की गई है, तो सवाल है कि ये पीडीएफ किसी आम व्यक्ति के पास कैसे पहुंच गई। एसडीएम के मुताबिक़ दुकानदार के खिलाफ मामला दर्ज करा कर इन्हें हिरासत में ले लिया गया है। जांच कराई जाएगी कि आखिर इन्हें यह वोटर लिस्ट की पीडीएफ फाइल कहां से प्राप्त हुई। इसमें जो लोग भी जिम्मेदार होंगे उनके खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी।

300 रुपए में मिल रही थी वोटर लिस्ट

पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से ही पुलिस व प्रशासन लगातार चेकिंग अभियान चलाकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर रहे हैं, जो पंचायत चुनाव में किसी भी तरह का अवरोध उत्पन्न कर सकते हैं या फिर वह मतदाताओं को लुभाने के लिए रिझाने के लिए शराब या अन्य किसी वस्तु का प्रलोभन दे रहे हैं। उसी अभियान के दौरान मुरादाबाद की बिलारी तहसील के उप जिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह के पास किसान नेता प्रदीप त्यागी पहुंचे और उन्हें बताया कि कुंदरकी थाना क्षेत्र में सुमित नाम का व्यक्ति अपनी दुकान पर कंप्यूटर और फोटो स्टेट मशीन से वोटर लिस्ट का प्रिंट निकाल कर एक सेट 300 रुपये में बेच रहा है।

पीडीएफ हुई बरामद

यह जानकारी मिलने पर एसडीएम बिलारी कुंदरकी पुलिस के साथ लेकर सुमित की दुकान पर पहुंचे और वहां छापा मारकर सभी समान को कब्जे में लेकर जांच की तो सुमित के कंप्यूटर में वोटर लिस्ट की पीडीएफ स्टोर मिली। एसडीएम के मुताबिक वोटर लिस्ट का अभी प्रकाशन भी नहीं हुआ है और दुकानदार के पास पीडीएफ पहुंच गई। अगर प्रकाशन हो भी जाता तो भी पीडीएफ इस तरह किसी के पास होना ही गलत है। वोटर लिस्ट बाहर आने के मामले में कई लोग संदेह के घेरे में हैं। छापेमारी में एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, सहित कई अन्य उपकरण को जब्त करने के बाद वोटर लिस्ट बेच रहा दुकानदार सुमित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब ये जांच की जाएगी कि प्रशासन के स्तर से जारी होने से पहले ही कैसे ये वोटर लिस्ट की पीडीएफ बाहर आ गई।