श्मशानों में कतारों को देख अब शहर में उठी विद्धुत शवदाह गृह की मांग

मुरादाबाद: मौजूदा दौर में कोरोना महामारी के चलते रोजाना ही बड़ी संख्या में लोगों की अकाल मौत हो रही है। मौतों की तादात इतनी हो रही है कि शवों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों में जगह कम पड़ रही है। वहीँ मुरादाबाद में भी लगभग हालात ऐसे ही हैं इसलिए अब विधुत शवदाह की मांग होने लगी है। ताकि ऐसी आपात स्थिति में मृतकों के परिजनों को सहूलियत दी जा सके।

कई बार हुई है मांग

यहां बता दें कि जनपद में कहीं भी विधुत शवदाह नहीं है, जिसके लिए कई बार स्थानीय संगठनों ने मांग भी की है। वहीँ मौजूदा कोरोनाकाल में जिस संख्या में लोगों की मौत हो रही है उसमें अब इसकी जरुरत सभी को नजर आ रही है। शहर में दिल्ली रोड पर लोकोशेड मोक्षधाम, रामगंगा विहार और लालबाग में परम्परागत निर्मित मोक्षधाम है। इसके बावजूद भी इन दिनों यहां शवों के अंतिम संस्कार के लिए लोगों को कई-कई घंटों का इन्तजार करना पड़ता है। यही नहीं आसपास के श्मशानों में भी अभाव देखने को मिल रहा है।

 

परिजनों को मिलेगी सहूलियत

नगर निगम की सीमा में अगर विधुत शवदाह गृह बन जाए तो इस तरह की आपात स्थिति में परिजनों को सहूलियत हो सकती है। लेकिन अभी तक इसको लेकर किसी के द्वारा पहल नहीं हुई है। डिफरेंट एंगल स्थानीय प्रशासन से शहर में विधुत शवदाह गृह की मांग करता है।