डीएमके प्रमुख स्टालिन ने तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आज तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। स्टालिन ने राजनीतिक जीवन में पहली बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है, जबकि डीएमके राज्‍य में छठी बार सरकार बना रही है। तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

शपथ ग्रहण समारोह कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए आयोजित किया गया था। इस मौके पर डीएमके के गठबंधन दल के सहयोगी कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम, पूर्व विधानसभा स्पीकर पी धनपाल, सीपीएम के राज्य सचिव के बालाकृष्णन, एमएनएम प्रमुख कमल हसन और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर मौजूद रहे।

कोलातूर विधानसभा सीट से जीते स्टालिन

कोलातूर सीट पर डीएमके प्रमुख ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अन्नाद्रमुक प्रत्याशी आदि राजाराम को 70,000 से अधिक मतों से पराजित किया। स्टालिन को कुल 105,522 मत मिले जबकि राजाराम को 35,138 मत मिले। स्टालिन राज्य सरकार में गृह मंत्रालय के अलावा सार्वजनिक व सामान्य प्रशासन समेत अखिल भारतीय सेवाएं और अन्य विभाग संभालेंगे। इस बार के विधानसभा चुनाव के परिणामों में डीएमके को 234 में से 133 सीटों पर जीत हासिल हुई।

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15 सदस्य पहली बार बनेंगे मंत्री

स्टालिन के मंत्रिमंडल में उनके साथ कुल 33 सदस्य होंगे। इन 33 सदस्यों में 15 सदस्य ऐसे हैं जो अपने पहली बार मंत्री बनेंगे। स्टालिन ने दपरईमुरुगन जैसे वरिष्ठ नेताओं को भी इस मंत्रिमंडल में रखा है। 2006-11 राज्य सरकार में लोक निर्माण मंत्री के पद पर रहे द्रमुक के नेता व पार्टी सचिव दपरईमुरुगन इस सरकार में जल संसाधन मंत्री होंगे।

सुबर्मणयन को दिया गया स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण विभाग

दुरुईमुरुगन के अलावा चेन्नई के पूर्व मेयर एम सुब्रमण्यम और पार्टी के नेता पी. के. सेकराबाबू पहली बार मंत्री बनेंगे। सुब्रमण्यन को स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण विभाग दिया गया तो वहीं, सेकरबाबू को हिंदू धार्मिक एवं धरमार्थ प्रबंधन विभाग दिया गया है।

स्टालिन के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों में ये नाम भी शामिल हैं

पी के सेकरबाबू, एस एस नसर, चेन्नई के पूर्व मेयर सुब्रमण्यन, डीएमके पूर्व सचेतक और सखापानी, पी मूर्ति, आर गांधी, एस एस शिवशंकर, शिवा वी मयनाथन, सीवी गणेशन और टी मनो थांगराज हैं। मंत्रिमंडल में दो महिला प्रतिनिधि भी शामिल हैं जिनमें पूर्व मंत्री सुश्री गीता जीवन और एन क्लायविजी सेल्वराज हैं। पूर्व निवेश बैंकर पी त्यागराजन को वित्त और अंबिल महेश पोय्यामोझी को स्कूल शिक्षा विभाग सौंपा गया है।