बागपत: कोरोना काल में जब नहीं आ सका भाई तो बहन ने दी पिता को मुखाग्नि

बागपत: जनपद से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे देखकर वहां मौजूद सभी लोगो की आंखे नम रह गयी। बागपत की एक बेटी ने बीमार चल रहे अपने पिता की चिता को मुखाग्नि देकर एक बेटे का फर्ज अदा किया है। बताया जा रहा है कि बागपत जनपद के कोर्ट रोड गली नं 4 के रहने वाले शिवकुमार (70 वर्षीय) पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके एक बेटा और दो बेटी है। बीमारी के चलते प्रिंटिंग प्रेस चलाने वाले शिवकुमार की मृत्यु हो गयी। शिवकुमार की चिता को मुखाग्नि देने के लिये जब उनके बेटे से सम्पर्क करना चाहा तो उसका फोन नही मिल । उससे कोई सम्पर्क न हो सका तो बेटे का फर्ज उसकी बड़ी बेटी वर्षा ने निभाया। वर्षा ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी तो वहां मौजूद लोगों की आंखे नम हो गयी ।

 

बताया गया है कि मृतक शिवकुमार के एक बेटा प्रवीण, बड़ी बेटी वर्षा व छोटी मोनू है। प्रवीण पानीपत के अंबेहटा में किसी कम्पनी में काम करता है और उसका मोबाइल न बन्द आने व उससे काफी समय से कोई सम्पर्क नही हो सका। वर्षा की शादी मेरठ जनपद में हुई थी लेकिन वह अपने पिता के पास अपने घर आये हुई थी। उसके पिता शिव कुमार को पिछले 4-5 दिनों से बुखार आ रहा था उनकी तबियत सुबह अचानक खराब हो गयी जिसके चलते उनका निधन हो गया। परिजनों में कोहराम मच गया। जिसके बाद शिव कुमार की बड़ी बेटी वर्षा ने अपने पिता को मुखाग्नि देने का निर्णय लिया। दोपहर को शव यात्रा लेकर परिजन पक्का घाट स्थित शमशाम घाट पर पहुँचे और वर्षा ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान उनके रिश्तेदार व आसपास के लोग मौजूद रहे। सभी लोगो ने प्रवीण के न आने से दुःख व्यक्त किया और शिवकुमार की बड़ी बेटी वर्षा द्वारा बेटे का फ़र्ज़ निभाने को सराहा लेकिन ये दर्शय देखकर सभी की आंखों में आंसू छलक आये।